यूपी: फर्जी कॉल सेंटर से बीमा उपभोक्ताओं को ठगता था साइबर अपराधियों का गिरोह, सरगना समेत दो गिरफ्तार

आरोपितों ने बताया कि उन लोगों ने कानपुर के डा. मान सिंह से लगभग एक करोड़ रुपये व औरैया के फिरोज अहमद के 70 हजार रूपये अवैध तरीके से ठगे हैं। फिरोज अहमद ने औरैया कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 07:30 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 07:30 PM (IST)
यूपी: फर्जी कॉल सेंटर से बीमा उपभोक्ताओं को ठगता था साइबर अपराधियों का गिरोह, सरगना समेत दो गिरफ्तार
औरैया पुलिस की गिरफ्त में पकड़े गए आरोपित।

औरैया, जेएनएन। फर्जी काल सेंटर से बीमा कंपनियों के नाम पर प्रलोभन देकर ठगने वाले गिरोह का स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और औरैया पुलिस ने भंडाफोड़ कर दिया। नोएडा स्थित काल सेंटर से सरगना समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बीमा पालिसी के नाम पर कानपुर व औरैया में दो लोगों से आनलाइन एक करोड़ 70 हजार रुपये की जानकारी के बाद पुलिस सर्विलांस के जरिए इनकी लोकेशन ट्रेस कर रही थी। सरगना ने टेलीकालर कंपनी में नौकरी करने के दौरान बड़े बीमा उपभोक्ताओं का डाटा इकट्ठा कर लिया था और इसी के जरिए वह फोन कर ठगी कर रहा था।

इस तरह पकड़े गए आरोपित: पिछले काफी समय से बीमा योजनाओं के नाम पर लोगों से ठगी की शिकायतें आ रही थीं। इस पर एएसपी एसटीएफ अनिल कुमार सिसोदिया की निर्देशन में साइबर सेल लगातार निगरानी कर रहा था। इस बीच औरैया निवासी फिरोज अहमद ने 70 हजार रुपये ठगे जाने का मुकदमा औरैया कोतवाली में दर्ज कराया तो उनसे मिले नंबर के आधार पर एसटीएफ और सदर कोतवाली पुलिस सक्रिय हो गई थी। एसपी अपर्णा गौतम व एएसपी शिष्यपाल ने बताया कि सर्विलांस पर लिए गए मोबाइल फोन की आइएमईआइ से लोकेशन ट्रेस की गई। मंगलवार सुबह औरैया पुलिस व एसटीएफ टीम लखनऊ की टीम बी-113 सेक्टर 64 बिल्डिग थर्ड फ्लोर गौतमबुद्ध नगर पहुंची। वहां खोड़ा कालोनी थाना खोड़ा जनपद गाजियाबाद मूल पता ग्राम समसपुर थाना इस्लाम नगर जनपद बदायूं निवासी दिलशाद व थाना सुल्तानपुरी दिल्ली 86 मूल पता ग्राम बलाई थाना बालिस नगर जनपद समस्तीपुर (बिहार) निवासी अर्जुन खुद को इंश्योरेंस कंपनी का एजेंट बताकर किसी को फंसा रहे थे। उनके पास से आठ एटीएम कार्ड, 18 मोबाइल, दो लैपटाप, 12 डायरी, विभिन्न इंश्योरेंस कंपनियों के ग्राहकों का डाटा, एक कार व 17020 रुपये मिले।

पुलिस ने की पूछताछ: पूछताछ के दौरान दिलशाद ने बताया कि 2015 से 2017 तक इंडिया इंफोलाइन और वर्ष 2017 से 2018 के बीच श्रीधर इंश्योरेंस ब्रोकिंग कंपनी में बतौर टेलीकालर पर नौकरी के दौरान बड़े बीमा उपभोक्ताओं का डाटा चोरी किया था। वहां ग्राहकों को को प्रलोभन देकर फंसाते थे। आरोपितों ने बताया कि उन लोगों ने कानपुर के डा.मान सिंह से करीब एक करोड़ रुपये की ठगी की थी। 

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