कानपुर देहात: फंदे पर लटका मिला महिला सिपाही का शव, बेटी का शव देख पिता के पैरों तले खिसकी जमीन
मुजफ्फरनगर के थानाक्षेत्र शाहपुर के गांव सौरम निवासी 23 वर्षीय महिला सिपाही साक्षी बलियान की भर्ती 14 मई 2019 को हुई थी। ट्रेनिंग के बाद मंगलपुर थाने में 19 दिसंबर 2019 को पहली पोस्टिंग हुई। वह मंगलपुर तिराहे पर नरेंद्र सिंह के यहां किराये के मकान में रह रही थी।
कानपुर देहात, जेएनएन। मंगलपुर थाने में तैनात महिला सिपाही रविवार सुबह अपने किराए के मकान में दुपट्टे के फंदे पर लटकी मिली। बगल कमरे में रहने वाली दूसरी सिपाही ने जब शव लटका देखा तो घटना सामने आई। पुलिस आत्महत्या मान रही है, लेकिन वजह सामने नहीं आई है। न कोई सुसाइड नोट मिला है, न मौके पर पहुंचे पिता कोई जानकारी दे सके।
यह है पूरा मामला: मुजफ्फरनगर के थानाक्षेत्र शाहपुर के गांव सौरम निवासी 23 वर्षीय महिला सिपाही साक्षी बलियान की भर्ती 14 मई 2019 को हुई थी। ट्रेनिंग के बाद मंगलपुर थाने में 19 दिसंबर 2019 को पहली पोस्टिंग हुई। वह मंगलपुर तिराहे पर नरेंद्र सिंह के यहां किराये के मकान में रह रही थी। शनिवार को साक्षी शोभन सरकार आश्रम से ड्यूटी के बाद वापस मकान में आ गई। यहीं रहने वाली सिपाही सलोनी दूसरे कमरे में सो रही थी। रविवार सुबह सलोनी जागी तो उसने देखा कि खिड़की पर दुपट्टे के फंदे से साक्षी मृत लटकी हुई है। एसपी केशव कुमार चौधरी, एएसपी घनश्याम चौरसिया व मंगलपुर थाना पुलिस पहुंची। सलोनी के साथ ही मकान मालिक से जानकारी ली। सलोनी ने बताया, रात में सोने से पहले सब कुछ सही लग रहा था। साक्षी परेशान नहीं थी। उसने ऐसा क्यों किया, पता नहीं। फील्ड यूनिट की टीम ने साक्ष्य एकत्र किए। पोस्टमार्टम में फांसी लगाने से मौत का कारण आया है। बाएं तरफ माथे पर हल्की चोट है। पुलिस का अनुमान है कि फांसी लगाने के दौरान खिड़की से टकराने पर चोट आई। एसपी ने बताया कि महिला सिपाही ने फांसी क्यों लगाई, इसका पता नहीं चल सका है।
मोबाइल फोन से खुल सकता राज: मोबाइल फोन से राज खुल सकता कि आखिर साक्षी ने ऐसा कदम क्यों उठाया। आखिर रात में क्या हुआ। माना जा रहा कि फोन पर किसी से बात करने के दौरान विवाद हुआ होगा और तनाव में साक्षी ने जान दी। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही।
मेरी बेटी थी समझदार, पता नहीं क्यों किया ऐसा: घटना की खबर पाकर पहुंचे साक्षी पिता चौधरी अमरपाल सिंह ने कहा कि बेटी बहुत समझदार थी। ऐसा क्यों कर लिया, पता नहीं। उन्होंने साक्षी का कमरा भी देखा और घटना के बारे में जानकारी ली। इसके बाद सिकंदरा गए और पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर अपने गांव रवाना हो गए। एसएसआइ मंगलपुर राजेश कुमार ने बताया कि साक्षी के पिता के साथ महिला दारोगा नेहा व कांस्टेबल इरफान मलिक को भेजा गया है।