UP Panchayat Chunav 2021: यहां जानें; कानपुर के आसपास किन-किन जिलों में संपन्न कराए गए उपचुनाव
UP Panchayat Chunav 2021 उत्तर प्रदेश में संपन्न कराए गए पंचायत चुनावों के बाद रविवार को कई जिलों में उपचुनाव कराए गए। इस दौरान सभी जगह प्रशासनिक व्यवस्था काफी सुदृढ़ रखी गई। कहीं-कहीं पर कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ तो पुलिस कर्मी लोगों को समझाते हुए भी नजर आए।
कानपुर, जेएनएन। UP Panchayat Chunav 2021 उत्तर प्रदेश में संपन्न कराए गए पंचायत चुनावों के परिणाम तो सभी प्रत्याशियों के समक्ष आ चुके हैं। वहीं कुछ जिलों में अपरिहार्य कारणों से चुनाव को टालना पड़ा था, जिसके तहत रविवार को जिलों उपचुनाव कराए गए। ध्यान देने वाली बात ये है कि लगभग सभी जगहों पर चुनाव प्रत्याशियों की मृत्यु के कारण कराए जा रहे हैं। हालांकि छिटपुट घटनाओं और काेविड प्रोटोकॉल के बीच चुनावों को संपन्न कराया गया। आइए जानते हैं कहां-कहां चुनाव कराए जा रहे हैं -
हमीरपुर -
ग्राम पंचायत भौंरा में प्रधान पद का चुनाव एक प्रत्याशी संतोष निषाद की मौत के कारण स्थगित कर दिया गया था। इसके लेकर रविवार सुबह से मतदान शुरू हुआ। मतदान के लिए गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में एक व कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय में दो बूथ बनाए गए थे। प्राथमिक विद्यालय के बूथ में 505, कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय के दो बूथों पर क्रमश: 533 व 630 मतदाता मतदान हुआ। इस तरह गांव का प्रधान चुनने के लिए कुल 1668 मतदाताआें ने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं रविवार की दोपहर तीन बजे तक 60.09 फीसद मतदान हुआ।
फर्रुखाबाद: कई प्रत्याशियों की मौत के चलते संबंधित ग्रामों में ग्राम प्रधान का मतदान 29 अप्रैल को स्थगित कर दिया गया था। उपचुनाव के क्रम में रविवार को इन गांवों में मतदान हुआ। ग्राम पंचायत महरूपुर सहजू, भुसेरा, भड़ौसा, अजीजलपुर, बिचपुरी, कासिमपुर तराई में आज चुनाव संपन्न हुआ।
फतेहपुर: 26 अप्रैल को संपंन्न हुए चुनाव में शिवपुरी, गढ़ा, ऐरायां मशायक और सिजौली में वोट नहीं पड़े थे। क्योंकि यहां पर प्रत्याशी की मौत हो जाने से चुनाव रद कर दिया गया था। रविवार उक्त चार सीटों पर चुनाव प्रक्रिया नये सिरे से पूरी की गई।
उन्नाव: सामान्य निर्वाचन-2021 त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में छह ब्लॉक की 11 ग्राम पंचायतों के प्रधान प्रत्याशियों की मौत के कारण नए सिरे से कराए गए चुनाव में मतदाताओं ने खासी मेहनत की। मतदाताओं की मेहनत का ही नतीजा रहा कि 26 अप्रैल को हुए चुनाव के दौरान जहां 70.06 फीसदी मतदान पूरे जिले में हुआ था। वहीं रविवार को उक्त सीटों पर हुए दोपहर तक मतदान का फीसद 79.02 फीसद पहुंच गया। चुनाव में बीघापुर की सगवर सीट पर छिटपुट कहासुनी के बाद शेष सभी 10 जगहों पर शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न हुआ। चुनाव में 65 प्रत्याशियों के लिए 18664 के सापेक्ष 14940 मतदाताओं ने वोट दिए हैं।
जालौन: डकोर ब्लाक के ग्राम पिया निरंजनपुर ग्राम पंचायत के प्रत्याशी अजय कुमार की नामांकन के बाद कोरोना की वजह से मृत्यु हो गई थी। जिसकी वजह से चुनाव निरस्त कर दिया गया था। आज वहां मतदान संपन्न हुआ। वहीं, रामपुरा ब्लाक की ग्राम पंचायत पिचौरा के प्रधान पद के प्रत्याशी लल्लूराम की भी मौत हो गई थी। पिचौरा में भी आज चुनाव हुआ।
औरैया: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर 26 अप्रैल जिले की तीन ग्राम पंचायतों में प्रधानी पद का चुनाव नहीं हो सका था। तुर्कीपुर में 1552, गुलरिया 1508 व लछियामऊ में 2681 मतदाताओं में गांव की सरकार चुनने के लिए आठ बूथों पर मतदान किया। सहार की ग्राम पंचायत लछियापुर में 10 व गुलरिया में नौ और भाग्यनगर विकासखंड की ग्राम पंचायत तुर्कीपुर में 9 प्रत्याशी प्रधानी चुनाव मैदान में हैं।
कन्नौज: विकास खंड उमर्दा की ग्राम पंचायत सखौली में वित्तीय वर्ष 2015 में राकेश राजपूत ने चुनाव जीतकर प्रधान बने थे। लेकिन दुर्भाग्यवश 24 अप्रैल की रात को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। हालांकि इस चुनाव में वह जीत गए। उन्होंने गायत्री देवी को 55 वोटों से पराजित किया। राकेश राजपूत को 494 व गायत्री को सिर्फ 439 वोट मिले। वहीं, जलालाबाद ब्लाक की ग्राम सभा जसपुरापुर में पूर्व प्रधान राकेश यादव ने दमखम से चुनाव लड़ा था। उन्होंने अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी फिरोज अली से 21 मतों से विजय पाई थी। विजय के बाद वह अस्वस्थ अवस्था में प्रमाण पत्र लेने आए थे। इसके बाद उनका इलाज चलता रहा। कानपुर में इलाज के दौरान चार मई को उनकी मौत हो गई। दोनों ही ग्राम पंचायतों पर आज चुनाव कराया गया।