UP Panchayat Chunav 2021: चित्रकूट के कनकोटा में होगा पुनर्मतदान, खूनी संघर्ष के कारण निरस्त हो गया था चुनाव

UP Panchayat Chunav 2021 जिलाधिकारी ने निर्वाचन अधिकारी पहाड़ी आशुतोष कुमार और खंड विकास अधिकारी पहाड़ी विपिन कुमार को निर्देश दिए हैं कि पुनर्मतदान के लिए निर्वाचन क्षेत्र में मुनादी व व्यापक प्रचार प्रसार करें। ताकि अधिक से अधिक संख्या में वोटर मतदान में भाग ले सकें।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 12:31 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 12:31 PM (IST)
UP Panchayat Chunav 2021: चित्रकूट के कनकोटा में होगा पुनर्मतदान, खूनी संघर्ष के कारण निरस्त हो गया था चुनाव
चित्रकूट में पंचायत चुनाव के पुनर्मतदान से संबंधित प्रतीकात्मक तस्वीर।

चित्रकूट, जेएनएन। UP Panchayat Chunav 2021 पहाड़ी विकास खंड के ग्राम पंचायत कनकोटा के बूथ संख्या नौ प्राथमिक विद्यालय कनकोटा में 29 अप्रैल को पुनर्मतदान होगा। यहां पर ग्राम प्रधान पद के दो प्रत्याशी व समर्थकों के बीच हुए खूनी संघर्ष के बाद मतदान निरस्त कर दिया गया था।

जिला निर्वाचन अधिकारी व जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने बताया कि ग्राम पंचायत कनकोटा के बूथ संख्या नौ प्राथमिक विद्यालय कनकोटा का मतदान उपद्रव के बाद निरस्त कर दिया गया था। इस बूथ पर 29 अप्रैल को ग्राम प्रधान व सदस्य समेत जिला पंचायत सदस्य व क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए दोबारा वोटिंग होगी। पुनर्मतदान के लिए सुबह सात से शाम छह बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। मतदान में वही प्रक्रिया अपनाई जाएगी जो राज्य निर्वाचन आयोग से निर्धारित है। जिलाधिकारी ने निर्वाचन अधिकारी पहाड़ी आशुतोष कुमार और खंड विकास अधिकारी पहाड़ी विपिन कुमार को निर्देश दिए हैं कि पुनर्मतदान के लिए निर्वाचन क्षेत्र में मुनादी व व्यापक प्रचार प्रसार करें। ताकि अधिक से अधिक संख्या में वोटर मतदान में भाग ले सकें।

ये है पूरा मामला: कनकोटा में सोमवार की देर शाम करीब सात बजे वोटिंग समाप्त होने पर प्रधान पद के प्रत्याशी अजय कुमार पांडेय उर्फ कल्लू व जगदीश शुक्ला और उनके समर्थकों के बीच मतदान को लेकर झगड़ा हो गया था। दोनों पक्षों के बीच जमकर लाठी डंडे चले थे। एक प्रत्याशी ने मतपेटी में पानी डाल दिया था और मतपेटी को नाले में फेंक दिया था। खूनी संघर्ष में दोनों प्रत्याशी समेत कई लोग घायल हुए थे। पुलिस ने दोनों प्रत्याशियों समेत करीब आधा सैकड़ा लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। 11 आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार भी कर चुकी है। शेष की तलाश जारी है। सभी के खिलाफ पुलिस ने डकैती, सरकारी काम में बाधा, आपराधिक शाजिस, तोड़फोड़ व 7 क्रिमिनल एक्ट व 136(2) लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम समेत कई संगीन धारा में मामला पंजीकृत किया था।

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