यूपी की राज्यपाल का आह्वान, दो-दो गांव गोद लें कृषि विज्ञान केंद्र

तीन कृषि विज्ञान केंद्रों के शुभारंभ करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपील की है। अब सीएसए से संबद्ध केंद्रों की संख्या 16 हो गई इसमें कानपुर देहात फीरोजाबाद और लखीमपुर खीरी में शामिल केंद्र खेती की तकनीक को और मजबूत करेंगे।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 12:58 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 12:58 PM (IST)
यूपी की राज्यपाल का आह्वान, दो-दो गांव गोद लें कृषि विज्ञान केंद्र
राज्यपाल ने तीन केवीका वर्च्युअल लोकार्पण किया।

कानपुर, जेएनएन। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) को दो-दो गांव गोद लेने को कहा है। उनका कहना है कि केवीके तकनीक से किसानों और ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। कृषि की तकनीक खेतों तक पहुंचने में मदद मिलेगी। किसानों के उत्पादों को आर्गेनिक (जैविक) के रूप में प्रमाणित करने का प्रयास करना चाहिए। वह चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के तीन किसान विज्ञान केंद्रों का आभासी (वर्चुअल) लोकार्पण कर रही थीं। उन्होंने विश्वविद्यालय से गर्भवतियों के सुरक्षित प्रसव और उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने में मदद का आह्वान किया।

राज्यपाल ने ज्यादा से ज्यादा कृषक उत्पादक संगठन बनवाने और तकनीकी मदद के लिए कहा। अनावरण के बाद कानपुर देहात, फीरोजाबाद और लखीमपुर खीरी स्थित केवीके शुरू हो गए हैं। अब विश्वविद्यालय के संबद्ध कृषि विज्ञान केंद्रों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। इनसे खेती की तकनीक मजबूत करने में मदद मिलेगी। इस मौके पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्र ने बताया कि लखीमपुर खीरी में केले के छिलके से रेशा निकालकर धागा और उससे विभिन्न सामग्री बनाई जा रही है। इसमें दो लाख महिलाएं जुड़ी हैं। समारोह में प्रमुख सचिव कृषि डा. देवेश चतुर्वेदी भी आनलाइन शामिल हुए। कुलपति डा. डीआर सिंह ने विश्वविद्यालय की आख्या दी। विश्वविद्यालय के डीन, डायरेक्टर, कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक समेत 125 लोगों ने हिस्सा लिया।

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