शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में बदलाव, कई स्तर पर जांच के बाद मिलेगा अनुदान
कानपुर में शादी और पारिवारिक लाभ योजना में घोटाले के बाद अफसरों ने फैसला लिया है। अब एसडीएम सीडीओ और संबंधित विभाग खुद आवेदनों की जांच कई स्तर पर कराने के बाद पात्र लाभार्थी को ही अनुदान जारी कराएंगे।
कानपुर, जेएनएन। शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में हुए घोटाले के बाद अब अफसर सतर्क हो गए हैं। अब आवेदन पत्रों की कई स्तर से जांच होगी। लेखपाल और कानूनगो की रिपोर्ट को आगे बढ़ाने से पहले कुछ फार्मों की जांच खुद नायब तहसीलदार और तहसीलदार करेंगे और वहां से जब रिपोर्ट आगे बढ़ेगी तो एसडीएम भी पांच फीसद फार्मों की जांच कराएंगे। समाज कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग भी अपने स्तर से कुछ आवेदनकर्ताओं की पात्रता जांचेंगे। धनराशि मंजूर करने से पहले सीडीओ भी कुछ फार्मों की जांच कराएंगे। इससे कोई अपात्र योजना का लाभ नहीं ले सकेगा।
शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में 1500 से अधिक लाभार्थी अपात्र पाए गए हैं। तीन करोड़ से अधिक का गबन हुआ है। यह घोटाला लेखपालों की लापरवाही से हुआ क्योंकि उन्होंने अपने कारीगरों से ही फार्मों का सत्यापन कराया और आगे बढ़ा दिया। कानूनगो, नायब तहसीलदार, तहसीलदार और एसडीएम ने भी आंख मूंदकर फार्मों को सत्यापित किया और जो अपात्र थे वे पात्र बनकर लाभ पाने में कामयाब हो गए। भविष्य में ऐसी गलती न हो इसके लिए डीएम आलोक तिवारी ने सीडीओ को विशेष कार्ययोजना तैयार करने के लिए कहा है। ऐसे में अब नायब तहसीलदार, तहसीलदार, एसडीएम और सीडीओ व विभागों के स्तर से खुद ही जांच कराने की तैयारी है। अगर किसी अपात्र को लेखपाल पात्र बनाते हैं तो दोनों पर मुकदमा होगा।
बहाली के बाद दूसरी तहसीलों में भेजे जाएंगे लेखपाल
शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में निलंबित चल रहे लेखपाल बहाली के बाद घाटमपुर, नर्वल और बिल्हौर तहसील में तैनात किए जाएंगे। इन तहसीलों के उन लेखपालों को शहर में तैनात किया जाएगा जो कभी यहां तैनात नहीं रहे हैं।