कानपुर में ट्रांस गंगा सिटी में बन सकता मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर, अगले माह लग सकती है मुहर

प्रबंधन ने मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर की स्थापना के लिए ट्रांसगंगा सिटी में दो सौ एकड़ तक भूमि आवंटन का प्रस्ताव उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) को दिया था। इस मुद्दे पर अगले माह दोनों विभागों की बैठक होगी। औद्योगिक विकास मंत्री खुद इसकी स्थापना को लेकर गंभीर हैं

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 09:50 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 09:50 AM (IST)
कानपुर में ट्रांस गंगा सिटी में बन सकता मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर, अगले माह लग सकती है मुहर
उप्र इलेक्ट्रॉनिक्स कारपोरेशन और यूपीसीडा प्रबंधन के बीच अगले माह होगी बैठक।

कानपुर, जेएनएन। ईसीजी मशीन, मल्टीपैरा मॉनीटर, एंडोस्कोपी, फाउलर बेड, वेंटीलेटर, सीपैप, सक्शन मशीन, हाई फ्लो नेजल कैनुला, वाईपैप, एमआरआइ, सीटी स्कैन आदि मेडिकल संबंधी इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों के उत्पादन के क्षेत्र में यूपी को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उप्र इलेक्ट्रॉनिक कारपोरेशन ने तेजी से कवायद शुरू की है।

प्रबंधन ने मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर की स्थापना के लिए ट्रांसगंगा सिटी में दो सौ एकड़ तक भूमि आवंटन का प्रस्ताव उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) को दिया था। इस मुद्दे पर अगले माह दोनों विभागों की बैठक होगी। औद्योगिक विकास मंत्री खुद इसकी स्थापना को लेकर गंभीर हैं, ऐसे में उम्मीद है कि भूखंड आवंटन पर बैठक में सहमति बन जाएगी। सरकार ने कानपुर, उन्नाव और लखनऊ के बीच में ही मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर की स्थापना का निर्णय लिया है। गंगा बैराज के समीप 1151 एकड़ में बसाई जा रही ट्रांसगंगा सिटी में भूमि उपलब्ध है। अभी औद्योगिक भूखंड वहां खाली पड़े हैं। प्राधिकरण प्रबंधन ने वहां औद्योगिक इकाइयों की स्थापना को भूखंड आवंटन के लिए आवेदन मांगे हैं। ऐसे में इस क्लस्टर की स्थापना के लिए वहां दो सौ एकड़ भूमि मिल जाएगी। इससे बड़ा पार्क बन जाएगा और लोगों के रोजगार की राह भी आसान होगी। कॉरपोरेशन ने कई विदेशी कंपनियों से बात भी कर ली है। ये कंपनियां मेडिकल उपकरण बनाने के लिए निवेश करने को तैयार भी हैं बस समस्या भूमि की है।

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