UP क्रिकेट टीम में जलवा बिखेरने को तैयार बांदा के किसान का बेटा, नेशनल क्रिकेट एकेडमी में भी हो चुका चयन
बांदा सदर तहसील के मवई गांव निवासी रामबरन सिंह तोमर किसान हैं। उन्होंने अपनी संतानों को तराशने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनके तीन बेटों में अभिषेक तीसरे नंबर के हैं। शुरू से ही उनका क्रिकेट के प्रति लगाव रहा।
बांदा, [जागरण स्पेशल]। प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती। वह खुद-ब-खुद अपना रास्ता तलाश कर मंजिल की तरफ बढ़ ही जाती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है मवई गांव के किसान के बेटे अभिषेक तोमर ने। हरफनमौला क्रिकेट खिलाड़ी अभिषेक का चयन उत्तर प्रदेश अंडर-19 क्रिकेट टीम में हुआ है। वह लेफ्ट आर्म स्पिनर (आर्थोडेक्स गेंदबाज) के रूप में अपना जलवा दिखाएंगे। जिले के लिए यह पहली बड़ी उपलब्धि है।
पिछड़े बुंदेलखंड में मेधा की कमी नहीं है। बांदा सदर तहसील के मवई गांव निवासी रामबरन सिंह तोमर किसान हैं। उन्होंने अपनी संतानों को तराशने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनके तीन बेटों में अभिषेक तीसरे नंबर के हैं। शुरू से ही उनका क्रिकेट के प्रति लगाव रहा। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से आयोजित अंडर-19 के ट्रायल में अभिषेक को टीम में चुन लिया गया है। अब वह आगे होने वाले मैचों के लिए अभिषेक 19 सितंबर को मोहाली के लिए रवाना होंगे। अंडर-19 टीम में अच्छा प्रदर्शन करने पर अंडर-19 वर्ल्ड कप में भी वह चुने जा सकते हैं। वह गेंदबाजी के साथ ही बैटिंग में जलवा दिखाते हैं। वर्ष 2017-18 और 2018-19 में अंडर-16 उत्तर प्रदेश की टीम में खेल चुके हैं। अंडर-16 में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर इनका चयन नेशनल क्रिकेट एकेडमी के लिए भी हुआ था।
अभिषेक में मेधा की कमी नहीं: अभिषेक ने अपने खेल की शुरुआत जिले के स्पोर्ट्स स्टेडियम में संसाधनों के अभाव के बीच की। वहां कोच जीतू यादव व शिवप्रताप सिंह ने उनकी प्रतिभा को तराशा। उप्र क्रिकेट एसोसिएशन के निदेशक व फतेहपुर जोन के सचिव रियासत अली, बांदा जिला क्रिकेट संघ के सचिव वासिफ जमा खान, अजय यादव ने कहा कि अभिषेक में मेधा की कोई कमी नहीं है। वह आगे बुंदेलखंड का नाम विश्व में रोशन करेगा।
क्या है आर्थोडेक्स गेंदबाज : लेफ्ट आर्म स्पिनर अंगुलियों का इस्तेमाल करते हुए गेंद फेंकता है और वह विकेट पर दाईं से बाईं ओर घूमती हुई जाती है। अंपायर और विकेट के बीच से गेंदबाजी की यही कला आर्थोडेक्स गेंदबाजी है।