यूपीसीए के कार्यकारी सचिव बोले- विवाद की स्थित कोई नहीं, अब 30 दिसंबर को एजीएम
उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की वार्षिक आमसभा पहले 22 दिसंबर को होनी थी लेकिन अब सदस्यों को पर्याप्त समय देने के लिए तिथि बढ़ा दी गई है। एक गुट द्वारा एजेंडे को प्रमुखता देने की बात कई दिनों से कही जा रही है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) की वार्षिक आमसभा का आयोजन 22 दिसंबर के स्थान पर अब 30 दिसंबर को कानपुर स्थित कमला क्लब में होगा। इसकी पुष्टि यूपीसीए के कार्यकारी सचिव मोहम्मद फहीम ने की है। उन्होंने कहा कि नियम के मुताबिक सदस्यों को सूचना देने में विलंब हुआ था, जिसकी वजह से एजीएम की नई तिथि पर योजना बनाई गई है। 30 दिसंबर को एजीएम होने से सदस्यों को पर्याप्त समय मिलेगा जिससे वे अपनी बातों को प्रमुखता से रख सकेंगे।
उन्होंने कहा कि यूपीसीए में विवाद की स्थिति नहीं हैं अगर किसी सदस्य को कोई मतभेद होगा तो पूरा यूपीसीए परिवार उनसे बातचीत करके समस्या का हल खोजेगा। यूपीसीए के जुड़े हर सदस्य का काम एसोसिएशन की छवि को बनाए रखने का कहा। पिछले दिनों बीसीआइ की एजीएम से यूपीसीए को बाहर किए जाने की खूब चर्चाएं हुई जो पूरी तरह से गलत साबित हुई। यूपीसीए से विशेष सदस्य को बीसीसीआइ की बैठक में शामिल किया गया। जिन्हें सभी प्रकार के अधिकारी दिए गए। हालांकि बागी गुट के एजेंडे को लेकर बैठक में विवाद की स्थिति बनाई जा रही है। जिसे सुलझा लिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक एजीएम के मुद्दों के साथ आपसी अंतरकलाह को समाप्त करने के लिए एसोसिएशन ने कई पदाधिकारियों से बातचीत करने का सिलसिला शुरू कर दिया है।
यूपीसीए में लगभग 42 वर्षों के बाद चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई। लंबे समय के बाद चुनाव होने से यूपीसीए के शीर्ष पदाधिकारियों के चेहरे पर पहले से ही चिंता की लकीरें खींची हुई हैं। वहीं, अब एपेक्स के एजेंडे के साथ नई तिथि पर बन रही योजना ने पदाधिकारियों का सिरदर्द बढ़ा दिया है। यूपीसीए लंबे समय से यह दावा कर रहा है कि वे एक परिवार की तरह हैं और सारे मामलों को सुलझा लेंगे। जबकि गाजियाबाद क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश मिश्रा की ओर से एजेंडे को प्रमुखता देने की बात कई दिनों से की जा रही है। बागी गुट चुनाव की मांग और नए सिरे से एजेंडे पर मंथन करने के लिए यूपीसीए को विवश कर चुका है।
यह है बागी गुट का एजेंडा
- पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी की देखरेख में अध्यक्ष और सचिव के चुनाव कराना।
- सुप्रीम कोर्ट की पूर्व न्यायाधीश रंजना प्रकाश देसाई को यूपीसीए का नया एथिक्स आफीसर नियुक्त करना।
- यूपीसीए की आजीवन सदस्यों की सूची दोबारा आकलन कर अपडेट करना है।
- लोढ़ा समिति की सिफारिशों के अनुरूप सीईओ पद पर चयन के लिए विज्ञापन और समिति तैयार करना।
- एपेक्स कमेटी के सभी सदस्यों को पिछली एजीएम के मिनट्स की प्रतियां उपलब्ध कराना।