कानपुर में अधिकारी की लापरवाही पर विधायक मैथानी सख्त, सीएम याेगी के सामने पेश करने की कही बात
कानपुर शहर के दादानगर क्रासिंग पर पुल के निर्माण में बाधक बन रही पाइप लाइन के खर्च का ब्योरा अब तक नहीं मिल सका है। इसके पीछे जलकल विभाग के अभियंता की लापरवाही की चर्चाएं सामने आ रही हैं। हालांकि गोविंदनगर विधायक ने अफसरों को चेतावनी दे दी है।
कानपुर जेएनएन। विजयनगर से सीटीआइ जाने वाले रास्ते में दादानगर क्रासिंग पर पुल निर्माण में जलकल की लाइन बाधक बन रही है। सेतु निगम की ओर से एक माह पहले अधिशासी अभियंता जलकल जोन-5 को पत्र लिखकर लाइनों की शिफ्टिंग में आने वाले खर्च का ब्योरा मांगा गया था। जलकल अभियंता के ढीले रवैये के चलते यह सूचना नहीं मिल पाई है। इसका खामियाजा जाम में घंटों खड़े रह कर जनता को भुगतना पड़ रहा है। इसको लेकर गोविंदनगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुरेंद्र मैथानी ने जलकल महाप्रबंधक को पत्र लिखकर कहा कि काम में देरी हुई तो सीएम के सामने पेश करूंगा।
दादानगर क्रासिंग का फाटक बंद होने से भीषण जाम लग जाता हैै। इससे निजात दिलाने के लिए समानांतर दादानगर पुल का निर्माण कराया जाना है। इसके लिए अगस्त में रेलवे की ओर से 11.75 करोड़ रुपये जारी कर दिये गये हैं। अब पुल की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) सेतु निगम ने तैयार कर ली है, लेकिन जलकल विभाग की लाइनों की शिफ्टिंग में आने वाले खर्च का ब्योरा नहीं मिलने की वजह से डीपीआर नहीं भेजी जा रही है।
एमएलए ने की यह मांग: विधायक सुरेंद्र मैथानी ने इस संबंध में जलकल महाप्रबंधक को पत्र लिखकर जल्द से जल्द खर्च का ब्योरा देने की मांग की है। विधायक ने पत्र में लिखा कि अगर काम में विलंब हुआ तो इसकी जिम्मेदारी जलकल की होगी।
इनका ये है कहना:
सेतु निगम अधिकारियों के साथ बुधवार को दादानगर क्रासिंग के पास निरीक्षण किया था। पुल के निर्माण 25 मीटर लाइन आड़े आ रही है। दो दिन के अंदर यूटिलिटी का खर्च सेतु निगम को बता देंगे। - आनंद त्रिपाठी, अधिशासी अभियंता , जलकल जोन पांच