औरैया में भाजपा का कुप्रचार करना पांच पदाधिकारियों को पड़ा महंगा, पार्टी नेतृत्व ने छह साल के लिए किया निष्कासित

सहार तृतीय से जिला पंचायत सदस्य से प्रत्याशी के खिलाफ पार्टी के ही कुछ सक्रिय सदस्यों ने उनके विरोध में चुनाव प्रचार किया। प्रत्याशी के विरोध में चुनाव प्रचार की बात सामने आने पर पार्टी हाईकमान ने पूरे मामले की जानकारी जिलाध्यक्ष से की।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 01:58 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 05:27 PM (IST)
औरैया में भाजपा का कुप्रचार करना पांच पदाधिकारियों को पड़ा महंगा, पार्टी नेतृत्व ने छह साल के लिए किया निष्कासित
इस कार्रवाई से महकमे में खलबली मची हुई है।

औरैया, जेएनएन। नि:संदेह पंचायत चुनाव में अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखने के लिए सभी प्रत्याशी अथाह मेहनत करते हैं। वहीं, इसके ठीक विपरीत पार्टी हाईकमान से नाराज कुछ पदाधिकारी कभी-कभी प्रत्याशी का प्रचार ईर्ष्या के भाव से करते हैं। इसकी बानगी औरैया में देखने को मिली। जहां भारतीय जनता पार्टी के पांच पदाधिकारियों को पंचायत चुनाव में प्रत्याशी के विराधे में प्रचार करना महंगा पड़ गया।

ये है पूरा मामला: सहार तृतीय से जिला पंचायत सदस्य से प्रत्याशी के खिलाफ पार्टी के ही कुछ सक्रिय सदस्यों ने उनके विरोध में चुनाव प्रचार किया। प्रत्याशी के विरोध में चुनाव प्रचार की बात सामने आने पर पार्टी हाईकमान ने पूरे मामले की जानकारी जिलाध्यक्ष से की। इसके बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह सख्त एक्शन लिया और पांच पदाधिकारियों को छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया। इस कार्रवाई से महकमे में खलबली मची हुई है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के निर्देशानुसार पंचायत चुनाव को लेकर घोषित प्रत्याशियों के विरोध में चुनाव प्रचार कर रहे कुछ कार्यकर्ता व पदाधिकारियों को निष्कासित कर दिया गया है। पार्टी के जिलाध्यक्ष श्रीराम मिश्र के अनुसार निष्कासित किए गए कार्यकर्ता व सदस्यों में विनायक राव शाक्य, क्रांत कुमार उर्फ टीटू भदौरिया, लंबरदार नायक, राम करन सिंह कुशवाहा व मुखलाल बाथम हैं। जिनका निष्कासन छह वर्ष के लिए किया गसा है। पार्टी प्रत्याशियों के विरोध में इनके द्वारा प्रचार किया जा रहा था। इसके तहत इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

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