यूपी में लगेंगे आक्सीजन के आठ प्लांट, इस माह के अंत तक बरेली और प्रयागराज में शुरू हो जाएंगे दो प्लांट

यूपी में स्थापित होने वाले छह प्लांट में रोज बनेगी 764 टन ऑक्सीजन और दो में रोज 1400 सिलिंडर की फिलिंग होगी। औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा है कि इससे प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता बेहतर होगी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 08:54 AM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 08:54 AM (IST)
यूपी में लगेंगे आक्सीजन के आठ प्लांट, इस माह के अंत तक बरेली और प्रयागराज में शुरू हो जाएंगे दो प्लांट
कानपुर के 25 उद्यमियों ने शासन को प्रस्ताव भेजे हैं।

कानपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के बीच ऑक्सीजन की जबरदस्त किल्लत को देखते हुए सूबे में आठ कंपनियां ऑक्सीजन प्लांट लगाने को आगे आई हैं। इनके प्रस्ताव औद्योगिक अवस्थापना विभाग के पास पहुंच चुके हैं। इनमें छह प्लांट में रोज 764 टन ऑक्सीजन बनेगी। साथ ही दो प्लांट में 1,400 सिलिंडर रोज रीफिल होंगे। इनमें से बरेली और प्रयागराज में साढ़े चार-चार टन रोजाना की क्षमता वाले प्लांट इस माह के अंत तक शुरू भी हो जाएंगे। 

इसी तरह सात-सात सौ सिलिंडर रोज की क्षमता के दो प्लांट अमेठी और दादरी में 15 जून तक शुरू होंगे। प्रयागराज में 55 टन का प्लांट पांच सितंबर तक शुरू होगा। वहीं तीन सबसे बड़े प्लांट मथुरा, रायबरेली, ग्रेटर नोएडा में लगेंगे। मथुरा में 350 टन रोज, रायबरेली में 150 टन, ग्रेटर नोएडा में 150 टन रोज के प्लांट लगाने का निर्णय हुआ है। ये अगले वर्ष के अंत तक आक्सीजन देने लगेंगे। औद्योगिक अवस्थापना विभाग ने इन सभी का प्रोजेक्ट भी बना लिया है।

कानपुर में बड़े आक्सीजन प्लांट लगाने को कोई कंपनी आगे नहीं आई लेकिन उद्योग निदेशालय के जरिए 25 उद्यमियों के छोटे-छोटे प्लांट के प्रस्ताव जरूर शासन को भेजे। इसमें सबसे बड़ा 3,000 क्यूबिक मीटर का है यानी करीब सवा चार सौ सिलिंडर क्षमता का। इन सभी की मिलाकर क्षमता 40 हजार क्यूबिक मीटर की है। सहायक आयुक्त उद्योग एसपी यादव के मुताबिक इच्छुक उद्यमियों ने कंपनियों को ऑर्डर देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

ये कंपनियां लगाएंगी प्लांट

-एयर लिक्विड नॉर्थ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड : कंपनी ने मथुरा में प्लांट लगाने की बात कही है। इसकी क्षमता 350 टन रोज की होगी। कंपनी 300 करोड़ रुपये लगाने को तैयार है। 18 से 20 माह में काम पूरा होगा और 31 दिसंबर 2022 से प्लांट संचालित होगा।

-आइनॉक्स एयर प्रोडक्ट््स प्राइवेट लिमिटेड : कंपनी ने रायबरेली में प्रोजेक्ट लगाने का प्रस्ताव दिया है। यहां 150 टन रोज ऑक्सीजन बनेगी। यहां भी 31 दिसंबर 2022 तक संचालन शुरू होगा।

-आइनॉक्स एयर प्रोडक्ट्स प्रा.लि. : कंपनी ने गौतम बुद्ध नगर के ग्रेटर नोएडा में प्लांट लगाने का प्रस्ताव दिया है। यहां 200 टन रोज का क्रायोजेनिक मेडिकल व इंडस्ट्रियल गैस प्लांट लगाया जाएगा। कंपनी ने यह प्लांट भी 31 दिसंबर 2022 तक शुरू होने की बात कही है।

-प्रभा इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन : कंपनी ने प्रयागराज में 55 टन रोज ऑक्सीजन तैयार करने का प्लांट लगाने का प्रस्ताव दिया है। यह प्रोजेक्ट 120 दिन में पूरा होने की उम्मीद है और पांच सितंबर से संचालित हो जाएगा।

- लाफार्ज हॉलसिम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एसीसी लिमिटेड टिकारिया) : कंपनी अमेठी में प्लांट लगाएगी। कंपनी के पास गौरीगंज में एसीसी सीमेंट फैक्ट्री परिसर में ही जगह है। इसमें 600 से 700 सिङ्क्षलडर रोज भरे जाएंगे। यह प्लांट 15 जून से शुरू होगा।

- लाफार्ज हॉलसिम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (अंबुजा सीमेंट लिमिटेड दादरी) : कंपनी ने गौतम बुद्ध नगर 600 से 700 सिङ्क्षलडर रोज भरने का प्लांट लगाने का प्रस्ताव दिया है। यह प्लांट 15 जून तक शुरू होगा।

- इफ्को : कंपनी ने बरेली में 4.5 टन रोज के प्लांट का प्रस्ताव दिया है। इफ्को के प्लांट में ही कंपनी के पास जमीन है। कंपनी इसे 30 मई तक शुरू कर देगी।

- इफ्को फूलपुर यूनिट : प्रयागराज में प्लांट शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। कंपनी के पास फूलपुर प्लांट में ही जमीन है। कंपनी के पास बिजली कनेक्शन पहले से है। यह प्रोजेक्ट भी 30 मई तक शुरू होगा।

कानपुर के इन उद्यमियों ने दिए प्रस्ताव

नवीन अग्रवाल, हितेश गुप्ता, अशोक कुमार सिंह, राघवेंद्र यादव, प्रभाकर सिंह राठौर, प्रदीप जैन, पीसी कुरेले, संजय पारिक, राजीव जैन, निशांत, अरविंद, विकास माथुर, संजीव यादव, प्रताप सिंह, अमित श्रीवास्तव, विशाल वधावन, युवराज सिंह, सुरेश यादव, नितेश जसरानी, परिमल बाजपेई, डॉ. सिद्दीकी, रोहित बंधु, नितिन पांडेय, मोहम्मद उरोज, अमित त्रिपाठी। कंपनियों के प्रस्ताव औद्योगिक अवस्थापना विभाग के पास हैं। इन पर जल्द ही कार्य शुरू हो जाएगा। इससे प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता बेहतर होगी। -सतीश महाना, औद्योगिक विकास मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार

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