कानपुर के पांच वकीलों का लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति, यूपी बार एसोसिएशन की समिति का फैसला
कानपुर में बार एसोसिएशन के फैसले को पलटते हुए यूपी बार काउंसिल की समिति ने जांच के बाद पांच वकीलों का लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति की है। मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट ने डीएम को आदेश की प्रति भेज दी है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। कचहरी परिसर के अंदर चेंबर पर कब्जा करने का प्रकरण यूपी बार काउंसिल पहुंचा तो सुनवाई करने वाली विशेष समिति ने पांच अधिवक्ताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई और पंजीकरण निरस्त करने की संस्तुति कर दी। आदेश की प्रति मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट और जिलाधिकारी को भेजी गई है। यूपी बार काउंसिल ने बार एसोसिएशन के निर्णय को पलटते हुए यह संस्तुति की है।
शताब्दी प्रवेश द्वार के पास स्थित यूको बैंक के सामने अधिवक्ता मनीष अग्रवाल का चेंबर था।बतौर आरोप 27 जून 2021 को अधिवक्ता विकास कुमार सिंह उर्फ विक्की ठाकुर, पंकज गौड़, वीरेंद्र सिंह सेंगर, आदित्य त्रिपाठी और विजय शंकर पांडेय चेंबर का ताला तोड़कर कब्जा कर लिया। मुकदमे से जुड़ी फाइलें, दस्तावेज, किताबें और फर्नीचर आदि सब ले गए। मनीष ने कोतवाली थाने और बार एसोसिएशन के शिकायत की लेकिन कोई मदद नहीं मिली और न ही कोई कार्रवाई की गई।
इस पर उन्होंने यूपी बार काउंसिल में शिकायत की तो यूपी बार काउंसिल ने बार एसोसिएशन को मामला निस्तारित करने के निर्देश दिए। बार एसोसिएशन ने जब पांचों अधिवक्ताओं के पक्ष में निर्णय लिया तो उन्होंने पुन: यूपी बार काउंसिल में शिकायत की। इस पर विशेष समिति के अध्यक्ष अरुण कुमार त्रिपाठी और सदस्य परेश मिश्र ने मामले की सुनवाई की।चार पेज के आदेश में विशेष समिति ने पांचों अधिवक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पंजीकरण निरस्त करने की संस्तुति की है।