उन्नाव के सेवानिवृत्त आइएएस ने खुद पर दर्ज रिपोर्ट को बताया तोहफा, Twitter handle पर सरकार पर लगाए थे ये आरोप
कोतवाली प्रभारी ने बताया कि ट्वीट में जो फोटो उपलब्ध कराई हैं वे 13 जनवरी 2014 की हैं। आरोप हैं कि उनके द्वारा जानबूझकर 8 साल पुरानी फोटो को कूटरचना कर जनता में आक्रोश उत्पन्न करने के उद्देश्य से इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किया गया है।
उन्नाव, जेएनएन। उन्नाव की सदर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद सेवानिवृत्त आइएएस ने खुद पर दर्ज रिपोर्ट को सरकार का तोहफा बताते हुए दोबारा पोस्ट की है। इससे पूर्व उनके खिलाफ कोतवाली में इंटरनेट मीडिया में भ्रामक पोस्ट कर दहशत फैलाने की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसके बाद उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर शनिवार को दोबारा पोस्टकर प्रदेश सरकार पर तीखे वार किये हैं।
सदर कोतवाली प्रभारी दिनेश चंद्र मिश्र ने कोतवाली में सेवानिवृत्त आईएएस सूर्य प्रताप ङ्क्षसह पर रिपोर्ट दर्ज कराई कि उन्होंने एक ट्वीट किया है, जिसमें 67 शवों को सरकार द्वारा बुलडोजर से गड्ढा खोदवाकर दफनाने की बात लिखी है। इसमें शवों का अंतिम संस्कार हिंदू वैदिक रीति-रिवाज से न करना हिंदुओं के लिये कलंक जैसा होने की बात कही है।
कोतवाली प्रभारी ने बताया कि ट्वीट में जो फोटो उपलब्ध कराई हैं वे 13 जनवरी 2014 की हैं। आरोप हैं कि उनके द्वारा जानबूझकर 8 साल पुरानी फोटो को कूटरचना कर जनता में आक्रोश उत्पन्न करने के उद्देश्य से इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किया गया है। इसके चलते रिटायर्ड आईएएस पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं खुद पर मुकदमा दर्ज होने के बाद इंटरनेट मीडिया में उनके द्वारा दोबारा किया गया ट्वीट जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि आज उन्नाव में मेरे ऊपर गंभीर धाराओं में एक और मुकदमा दर्ज कर किया गया है, जिसमें उन्नाव पुलिस का कहना है कि तैरती लाशों पर मेरे द्वारा किया गया ट्वीट भ्रामक है। ट्वीट में लिखा है कि योगी जी ने दो दिन में लगातार मुझे दो मुकदमे तोहफे में दिए हैं। यह यूपी मॉडल की पोल खोलने का इनाम है।