उन्नाव के तालाब में मृत मिलीं पांच बतख, ग्रामीणों में मची अफरा-तफरी, जहरीला पदार्थ खाने की आशंका
पांच दशकों से अधिक समय से हड़हा बाजार स्थित तालाब में बतखें हिलोरे लेती आ रही हैं। तालाब से निकल कर गांव की गलियों में भोजन की तलाश में झुंड बनाकर निकलती हैं। रविवार तालाब के पट्टा धारक शिवकुमार ने तालाब में कुछ मृत बतखों को उतारते देखा।
कानपुर, जेएनएन। थाना क्षेत्र के हड़हा बाजार स्थित तालाब में पांच बतखों के शव उतराते देख अफरातफरी मच गई। पशुपालन विभाग की टीम ने तालाब से पड़ी बतखों को निकलवाया और पोस्टमार्टम कर गांव के बाहर दफन करा दिया। इस दौरान जांच में 12 बतख बीमार मिलीं, सभी के सैंपल को जांच के लिए लखनऊ भेजा गया हैं, रिपोर्ट दो दिन बाद मिलेगी। चिकित्सा टीम के मुताबिक पानी में जहरीला पदार्थ मिले होने की आशंका है। इसकी भी जांच हो रही है।
पांच दशकों से अधिक समय से हड़हा बाजार स्थित तालाब में बतखें हिलोरे लेती आ रही हैं। तालाब से निकल कर गांव की गलियों में भोजन की तलाश में झुंड बनाकर निकलती हैं। रविवार तालाब के पट्टा धारक शिवकुमार ने तालाब में कुछ मृत बतखों को उतारते देखा। इसकी सूचना ग्रामीणों को मिली तो देखने वालों की भीड़ लग गई। बाजार स्थित मेडिकल स्टोर व्यवसायी लल्लन यादव ने इसकी सूचना पशु पालन विभाग को दी गई।
सूचना पर पशु पालन विभाग की टीम डॉ शरद शाक्य, डॉ नरेंद्र वर्मा, अजय श्रीवास्तव, राजेश मौर्य चिकित्सकीय दल मौके पर पहुंचा। पांच मृत व एक दर्जन से अधिक बीमार बतख जांच में मिली। मृत बतखों का पोस्टमार्टम के बाद गांव के बाहर दफन करवा दिया गया। वहीं, बीमार बतखों के सैंपल लिए गये हैं। डॉ शरद शाक्य ने बताया कि तालाब के पानी में प्रथम दृष्टया कीट नाशक पड़े होने की संभावना है, जिससे बतखें मरी व बीमार हुईं हैं। तालाब में मछली भी पली हैं। टीम ने भेजे गये सैंपल की रिपोर्ट दो दिन में आना बताया है। बतखों को आबादी से दूर रखने की सलाह दी गई है।