उन्नाव में गंगा किनारे मवेशी चराने गया युवक डूबा, साथी ने मदद के लिए शोर मचाना किया शुरू

बांगरमऊ कोतवाली अंतर्गत गांव भगवंत पुरवा निवासी 24 वर्षीय शिशुपाल पुत्र रामआसरे गांव निवासी जयपाल पुत्र हरिराम के साथ पशुओं को चराने गंगा किनारे गया था। जहां दोनों साथी नदी की छमक नाली पार कर रहे थे तभी शिशुपाल तेज बहाव में फंसकर जलधारा में समा गया

By Akash DwivediEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 05:33 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 05:33 PM (IST)
उन्नाव में गंगा किनारे मवेशी चराने गया युवक डूबा, साथी ने मदद के लिए शोर मचाना किया शुरू
घटना की पुनरावृत्ति होने से लोगों में विभिन्न चर्चाएं होती रहीं

उन्नाव, जेएनएन। घर से गंगा किनारे पशुओं को चराने गया युवक नदी के गहरे पानी में जाने से डूब गया। काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चल सका। लोगों ने इसकी सूचना स्वजन व पुलिस को दी। पुलिस स्थानीय गोताखोरों के सहयोग से उसे खोजने का प्रयास कर रही है।

बांगरमऊ कोतवाली अंतर्गत गांव भगवंत पुरवा निवासी 24 वर्षीय शिशुपाल पुत्र रामआसरे गांव निवासी जयपाल पुत्र हरिराम के साथ पशुओं को चराने गंगा किनारे गया था। जहां दोनों साथी नदी की छमक नाली पार कर रहे थे तभी शिशुपाल तेज बहाव में फंसकर जलधारा में समा गया। उसे डूबता देख साथी ने मदद के लिए शोर मचाना शुरू किया। जिसके बाद वहां पहुंचे दर्जनों ग्रामीणों ने उसे खोजने का प्रयास किया, लेकिन उसका पता नहीं चल सका। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों के सहयोग से उसे खोजने का प्रयास शुरू किया, लेकिन शाम तक उन्हें सफलता नहीं मिल सकी। सूचना पर पहुंची उसकी मां रामदुलारी व पत्नी प्रीति का रो-रोकर बुरा हाल रहा। लेकिन उसका पता नहीं चल सका। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों के सहयोग से उसे खोजने का प्रयास शुरू किया, लेकिन शाम तक उन्हें सफलता नहीं मिल सकी। सूचना पर पहुंची उसकी मां रामदुलारी व पत्नी प्रीति का रो-रोकर बुरा हाल रहा।

एक साल पहले डूबे युवक का भी नहीं चला पता : बीते साल चार अगस्त को ही इसी गांव के रहने वाले 26 वर्षीय दन्ने पुत्र छंगा भी पशु चराते समय गंगा में डूब गया था। जिसका शव एक साल बाद भी नहीं मिल सका है। इसके ठीक एक साल बाद चार अगस्त को ही घटना की पुनरावृत्ति होने से लोगों में विभिन्न चर्चाएं होती रहीं।

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