Unnao Asoha Case: घास काटने पर विनय कहता था-ससुर का ही खेत है.., सचिन को नहीं जानती थीं किशोरियां

उन्नाव के असोहा मामले में अस्पताल में भर्ती किशोरी के बयान के बाद कई अहम तथ्य उजागर हुए हैं और काफी संशय भी दूर हो गए हैं। किशोरियों ने पहली बार विनय के साथ सचिन को घटना वाले दिन ही देखा था।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 09:58 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 09:58 AM (IST)
Unnao Asoha Case: घास काटने पर विनय कहता था-ससुर का ही खेत है.., सचिन को नहीं जानती थीं किशोरियां
उन्नाव मामले में पुलिस को अहम तथ्य मिले हैं।

उन्नाव, जेएनएन। असोहा के दोहरे हत्याकांड में पुलिस के सामने नए तथ्य उजागर हो रहे हैं। अस्पताल में भर्ती किशोरी के बयान से कई राज सामने आने लगे हैं। वहीं पड़ताल के बाद आरोपितों के परिवार की हकीकत का भी पर्दाफाश हो रहा है। अबतक की जांच में सामने आया है कि किशोरियों की विनय से पहचान थी लेकिन सचिन को उनमें से कोई नहीं जानता था। वहीं जांच के बाद विनय की उम्र को लेकर संशय भी दूर हो गया है।

विनय के खेत से चारा लाती थीं किशोरियां

किशोरी ने पुलिस को दिये बयान में स्वीकार किया है कि वह विनय उर्फ लंबू को पहले से जानती थी लेकिन सचिन से सभी अपरिचित थीं। उसे उन लोगों ने पहली बार घटना के दिन ही देखा था। किशोरी के बयान आने के बाद कई अहम तथ्य सामने आए हैं, जिनसे यह साफ हुआ कि हत्याकांड के मुख्य आरोपित विनय उर्फ लंबू से किशोरी की पहली मुलाकात नहीं थी। लंबू किशोरी से प्रेम करता था और उससे शादी भी करना चाहता था। बयान में उसने बताया कि लंबू अपने खेत से घास काटने से उसे कभी भी मना नहीं करता था और कहता था कि वह खेत उसके ससुर का ही है। हालांकि जब उसकी नीयत उसे लेकर गंदी हुई तो उसने उससे बात करना बंद कर दिया। उसने बताया लंबू के साथी सचिन को नहीं जानती थीं और न ही उसे पहले कभी देखा था। इससे साफ है कि घटना को अंजाम देने को लंबू ही उसे साथ लाया था।

फर्जी निकला आधार, 2006 में हुई थी सचिन के माता-पिता की शादी

दोहरे हत्याकांड में मुख्य आरोपित का साथी जिसे पुलिस ने शुरू में ही नाबालिग बताया था। बीते दिनों उसकी उम्र काे लेकर चली कशकमश के बाद अब फिर वह नाबालिग ही निकला है। इसकी पुष्टि उसके माता-पिता की शादी के वर्ष और उसके भाई-बहनों की उम्र में अंतर मिलने के बाद हुई है। सचिन की उम्र को लेकर दाखिल दस्तावेज में शामिल आधार कार्ड में जन्मतिथि वर्ष 2002 लिखी मिली थी, जिसपर उसकी उम्र 19 वर्ष से अधिक निकली। इसके बाद उसे अस्थायी जेल भेज दिया गया।

बाद में पुलिस ने उसके शैक्षिक प्रमाणपत्र निकलवाए तो उनमें उसकी जन्मतिथि वर्ष 2007 मिली। इससे आरोपित के आधार कार्ड व शैक्षिक प्रमाणपत्र में जन्मतिथि का अलग-अलग वर्ष मिलने से इसके राजफाश में पेंच फंसा हुआ था। इससे पुलिस अब उसकी उम्र के पार्ट को विवेचना से अलग रखते हुए जांच करने की तैयारी में है। वहीं, मामले की पड़ताल की गई तो सचिन के नाबालिग होने की पुष्टि हो गई है। उसके पिता सुरेश ने बताया कि उनकी शादी वर्ष 2006 में अचलगंज थानाक्षेत्र के गांव भगवतपुर निवासी सीमा से हुई थी। सचिन उनका बड़ा बेटा है। इसके बाद एक 12 साल की बेटी कोमल व नौ साल का बेटा सोनू है।

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