फुटपाथ पर सोने वालों पर अध्ययन करेगा विश्वविद्यालय, सर्वे के लिए CSJMU के छात्रों की बनाई गई टीम
पुलिस के एक अधिकारी ने कुछ समय पहले शहर के फुटपाथ पर सोने वालों पर एक रिपोर्ट तैयार की थी। इस रिपोर्ट में कई तथ्य सामने आए थे। रोजी रोटी की तलाश में यहां पर विभिन्न कस्बों व ग्रामीण क्षेत्रों से सर्वाधिक श्रमिक आते हैं।
कानुपर, जेएनएन। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के समाज कार्य विभाग के छात्र छात्राएं अब फुटपाथ पर सोने वाले लोगों पर अध्ययन करके उनकी समस्या का समाधान तलाशेंगे। छात्रों के इस अध्ययन में पुलिस उनका सहयोग करेगी। गुरुवार को विभागाध्यक्ष डा. संदीप ङ्क्षसह ने फैकल्टी के साथ बैठक करके इस शोध अध्ययन का खाका तैयार किया। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. विनय पाठक व पुलिस आयुक्त असीम अरुण के साथ हुई बैठक में इसकी योजना बनाई गई।
पुलिस के एक अधिकारी ने कुछ समय पहले शहर के फुटपाथ पर सोने वालों पर एक रिपोर्ट तैयार की थी। इस रिपोर्ट में कई तथ्य सामने आए थे। रोजी रोटी की तलाश में यहां पर विभिन्न कस्बों व ग्रामीण क्षेत्रों से सर्वाधिक श्रमिक आते हैं। कई श्रमिक शेल्टर होम में नहीं रुक पाते हैं क्योंकि जहां वह काम कर रहे होते हैं वहां से वह बहुत दूर होता है। इसके अलावा शेल्टर होम में एक समयावधि के बाद नियमानुसार उन्हेंं रुकने नहीं दिया जाता है। ऐसे में वह उस जगह की तलाशते हैं, जहां स्ट्रीट लाइट हो व राहगीरों की आवाजाही बनी रहती हो। विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप ङ्क्षसह ने बताया कि अगर इस समस्या का समाधान होगा तो काफी हद तक उन लोगों को राहत मिलेगी जो तमाम कारणों की वजह से सड़क किनारे रात गुजारने को मजबूर हैं। यह सर्वे एक हफ्ते में शुरू किए जाने की संभावना है। इसका डाटा तैयार करने के बाद यह देखा जाएगा कि किस तरह ऐसे लोगों की मदद की जा सकती है।
इस तरह होगी कवायद
चिह्नित लोगों से उनके पते लेकर उनके स्वजनों से संपर्क किया जाएगा ऐसे वृद्धों के रहने का प्रबंधन वृद्धाश्रम में कराया जाएगा उनके भोजन व अन्य जरूरतों के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद लेंगे चिकित्सीय मदद के लिए शहर के चिकित्सकों से बात करेंगेइनका ये है कहना