अब डिजिटलाइजेशन पर जोर, जानिए- यूजीसी की रैंक में कौन सा विश्वविद्यालय किस पायदान पर

देश में सर्वाधिक 10 हजार शोध पत्र ऑनलाइन करके सीएसजेएमयू उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में अव्वल साबित हुआ है और भारत में चौथे स्थान पर है। यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों को रैंक प्रदान की है। प्रोफेसरों व शोधकर्ताओं से संपर्क करके इतनी विस्तृत सामग्री अपलोड की गई।

By ShaswatgEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 12:54 PM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 12:54 PM (IST)
अब डिजिटलाइजेशन पर जोर, जानिए- यूजीसी की रैंक में कौन सा विश्वविद्यालय किस पायदान पर
10 हजार शोध पत्रों को किया गया डिजिटल।

कानपुर, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल भारत का सपना पूरा करने में छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू)ने बड़ा कदम उठाया है। विश्वविद्यालय ने शोध पत्रों को डिजिटल करने में देश के कई नामचीन विश्वविद्यालयों को पीछे छोड़ते हुए चौथे स्थान पर अपनी जगह बनाई। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सीएसजेएमयू को यह रैंक प्रदान की है। यूजीसी के (इंफॉर्मेशन लाइब्रेरी नेटवॄकग) ने देश के विश्वविद्यालयों में डिजिटल शोध पत्रों व पठन पाठन सामग्री का आंकलन कर यह रिपोर्ट जारी की है।

50 हजार ई जनरल व 10 हजार ई बुक की गईं अपलोड

सीएसजेएमयू ने अपनी स्थापना से लेकर अब तक परिसर व उससे संबद्ध कॉलेजों में हुए 10 हजार शोध पत्रों को डिजिटल कर दिया है। शोध कराने वाले प्रोफेसरों व शोधकर्ताओं से संपर्क करके इतनी विस्तृत सामग्री अपलोड की गई। अब हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान इतिहास व भूगोल समेत कई विषयों के शोध पत्र कोई भी छात्र माउस क्लिक करने के साथ ही देख सकता है। इन शोध पत्रों के अलावा विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय प्रशासन ने छात्रों के अध्ययन के लिए 50 हजार ई जनरल व 10 हजार ई बुक भी अपलोड की हैं। परिसर में बीटेक, एमबीए, बीबीए, बीसीए, हेल्थ साइंस व समाज कल्याण विभाग समेत अन्य कोर्स के छात्रों को उसका लाभ मिल रहा है। केंद्रीय पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया  कि छात्र shodhganga.inflibnet.ac.in पर यह सभी शोध ऑनलाइन पढ़ सकते हैं। भविष्य में खत्म होने वाले शोध कार्यों की सामग्री भी अपलोड किए जाने के लिए प्रक्रिया  जारी है। इसके लिए उनकी टीम लगातार प्रोफेसरों वाह शोधकर्ताओं के संपर्क में है।

नेत्र दिव्यांग भी सुनकर कर सकेंगे पढ़ाई

केंद्रीय पुस्तकालय में नेत्र दिव्यांगों के पढऩे के लिए ऐसी आधुनिक ब्रेल लैब विकसित की गई है जिसमें छात्र न केवल अध्ययन कर सकते हैं बल्कि किसी पुस्तक व पत्र को सुन भी सकते हैं। स्कूली छात्रों से लेकर कॉलेज के छात्र-छात्राएं व पेशेवर व्यक्ति वी इसका लाभ उठा रहा है।

डिजिटल शोध पत्रों के लिए यूजीसी की रैंकिंग

1. मद्रास विश्वविद्यालय

2. कोलकाता विश्वविद्यालय

3.  सावित्रीबाई फूले पुणे विश्वविद्यालय

4. अन्ना विश्वविद्यालय व छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय

5. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय

6. पंजाब विश्वविद्यालय

7. भारतीदासन विश्वविद्यालय तमिलनाडु

8. मनोनमनियम सुंदरनर विश्वविद्यालय तमिलनाडु

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