फतेहपुर में एक घर से तीन दिन तक निकलता रहा सांपों का झुंड, दहशत में रहा स्वर्णकार का परिवार
Unique Snake Story Of Fatehpur कस्बे के लालूगंज मुहल्ले में गयादीन स्वर्णकार का तीन मंजिला मकान है। भूतल में ही उनकी दुकान भी है। दुकान के पीछे बाथरूम बना हुआ है। स्वर्णकार गयादीन ने बताया कि रविवार को पहली बार सांप के कुछ बच्चे दिखाई दिए थे।
फतेहपुर, जेएनएन। Unique Snake Story Of Fatehpur जनपद स्थित कस्बे के लालूगंज मोहल्ले में बुधवार को हैरान और भयभीत कर देने वाली घटना घटित हुई। दरअसल, घर के बाथरूम में सांप के बच्चे मिलने से परिवार समेत आस-पड़ाेस में खलबली मच गई। घर के बाथरूम से अब तक एक के बाद एक कुल 62 सांप के बच्चों को गृहस्वामी ने निकाला अौर डिब्बे में बंद किया। इसके बाद गृहस्वामी ने सांप के बच्चों को सुरक्षित तरीके से जंगल में छोड़ दिया।
ये है पूरा मामला: कस्बे के लालूगंज मुहल्ले में गयादीन स्वर्णकार का तीन मंजिला मकान है। भूतल में ही उनकी दुकान भी है। दुकान के पीछे बाथरूम बना हुआ है। स्वर्णकार गयादीन ने बताया कि रविवार को पहली बार सांप के कुछ बच्चे दिखाई दिए थे। पहले दिन 17, सोमवार को 35 और मंगलवार को 10 सांप के बच्चे मिले हैं। उन्होंने बताया कि रोटी बनाने वाले लोहे के चिमटे की मदद से अब तक वह 62 सांप के बच्चों को एक डिब्बे में बंद करके और जंगल में छोड़कर आ चुके हैं। उनका कहना था कि टायल्स युक्त बाथरूम में पानी की आपूर्ति के लिए लोहे का पाइप आया है। इसी रास्ते से सांप के बच्चे निकलकर बाथरूम में गिर रहे थे। मंगलवार शाम पहर इस छेद को कंक्रीट और सीमेंट के मिश्रण से बंद करवाने के बाद सांप के बच्चे नहीं मिले हैं। गृहस्वामी व स्थानीय लोगों के मुताबिक सांप के बच्चे पानी वाले (पनिहा) हैं। सांप के बच्चे आठ से नौ इंच के हैं।
इनका ये है कहना: वन क्षेत्राधिकारी शिवराम सिंह ने बताया कि अमूमन बाथरूम आदि में पानी वाले सांप मिलते हैं। नमी और ठंडी जगहों में सांप अंडे देते हैं और सांप जगह छोड़कर चला जाता है। अंडे फूटने के बाद बच्चे इधर-उधर भागने लगते हैं।