कानपुर में संतों का अनूठा प्रदर्शन, भजन-कीर्तन गाकर किया बंगलादेश में हिंसा का विरोध
कानपुर के फूलबाग मैदान के बाहर प्रमुख मंदिरों के संत महात्माओं के साथ धार्मिक संगठनों के लोगों ने एकत्र होकर एक स्वर में हिंदू विरोधी गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की और बांग्लादेश हिंसा को निंदनीय बताया।
कानपुर, जेएनएन। पिछले दिनों बांग्लादेश में हिंदू विरोधी गतिविधियों के चलते मंदिर और मठ को क्षति पहुंचाए जाने से शहर के संतों में रोष है। शनिवार की सुबह संत समाज और धार्मिक संस्थाओं के लोग फूलबाग मैदान के बाहर एकत्र हुए और आक्रोश जताया। उन्होंने हिंदू विरोधी गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग करते हुए बंगलादेश में हिंसा को निंदनीय बताया। इसके साथ ही प्रदर्शन करके अपनी आवाज बुलंद की।
शनिवार को फूल बाग में इस्कान मंदिर की पहल का शहर की विभिन्न धार्मिक संस्थाएं तथा संत समाज ने एकत्र होकर बांग्लादेश में कोई हिंदू विरोधी गतिविधियों पर भजन कीर्तन कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में इस्कॉन मंदिर के साथ ब्रह्मकुमारी गायत्री परिवार भारत विकास परिषद विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल आर्ट आफ लिविंग के साथ बाबा आनंदेश्वर मंदिर और श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर पनकी के महंत और पुजारी उपस्थित रहे। इस्कॉन मंदिर के मीडिया प्रभारी कुर्मा अवतार दास ने बताया कि संत समाज में एकत्र होकर हिंदू विरोधी गतिविधियों पर रोक लगाने का आग्रह शासन प्रशासन और सरकार से किया है।
उन्होंने बताया कि शहर की सभी धार्मिक संस्थाएं इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन में शामिल होकर भगवान का भजन कीर्तन कर रही हैं। ताकि भविष्य में इस प्रकार की गतिविधियां ना हो सके। उन्होंने बताया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन में इस्कान मंदिर तथा संत समाज भगवान के भजन कीर्तन ढोलक मजीरा के साथ करके शहर वासियों का ध्यान आकर्षित कर रहा है। ताकि हिंदू धर्म पर हुए अत्याचार से लोग परिचित हो सकें और भविष्य में इस प्रकार की हिंसा पर रोक लग सके। धार्मिक संस्थानों में संत समाज इस्कॉन मंदिर की इस पहल का स्वागत करते हुए बड़ी संख्या में इसमें हिस्सा लिया।