निर्यातक कान्क्लेव में हिस्सा लेने कानपुर पहुंचे दो केंद्रीय राज्यमंत्री, एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने पर की चर्चा

साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि 2009 से 2014 के बीच ऐसे लोगों को लोन दिए गए जो लोन लेने के बाद भाग गए। उत्तर प्रदेश भी उगाही वाला प्रदेश बन गया था। दूसरे देशों में जब उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए कहा तो वे तैयार नहीं थे।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 07:18 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 07:18 PM (IST)
निर्यातक कान्क्लेव में हिस्सा लेने कानपुर पहुंचे दो केंद्रीय राज्यमंत्री, एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने पर की चर्चा
साध्वी निरंजन ज्योति की खबर से संबंधित सांकेतिक फोटो।

कानपुर, जेएनएन। उद्योग के साथ ही सबकुछ चलता है और जब उद्योग बढ़ेंगे तो सब कुछ बढ़ेगा। एक उद्योग के साथ बहुत से लोगों को रोजगार मिलता है। निर्यातक ठान लें तो नया इतिहास लिख सकते हैं। यह बात शुक्रवार को अमृत महोत्सव के तहत आयोजित निर्यातक कानक्लेव में केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और ग्रामीण विकास राज्यमंत्री साध्वनी निरंजन ज्योति ने कही। वह पनकी स्थित आइआइए भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।

साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि 2009 से 2014 के बीच ऐसे लोगों को लोन दिए गए जो लोन लेने के बाद भाग गए। उत्तर प्रदेश भी उगाही वाला प्रदेश बन गया था। दूसरे देशों में जब उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए कहा तो वे तैयार नहीं थे लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में 70 से अधिक देश के निवेशक उत्तर प्रदेश में जुटे। कार्यक्रम में मौजूद उद्यमियों से उन्होंने कहा कि वे बिना किसी भय के कार्य करें। उनसे कोई वसूली करने नहीं आएगा।

वहीं केंद्रीय सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग राज्यमंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने कहा कि यह कार्यक्रम भविष्य में निर्यात के क्षेत्र में आगे बढ़ने का उत्सव है। हमें यह देखना है कि गांव और छोटे शहरों के लोगों को कैसे आगे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी को परेशानी है तो उनके विभाग के चैंपियन पोर्टल पर शिकायत कर सकते हैं।

66 फीसद की निर्यात ग्रोथ: विदेश व्यापार निदेशालय के संयुक्त महानिदेशक अमित कुमार ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना मेें इस वर्ष अप्रैल से अगस्त के बीच 66 फीसद निर्यात बढ़ा है। हम लोगों को निर्यात 300 बिलियन के आसपास रहता है, अब प्रधानमंत्री ने इसे 400 बिलियन डालर करने का लक्ष्य दिया है। सितंबर 2020 से मार्च 2021 तक उत्तर प्रदेश ने 4,788 करोड़ रुपये का निर्यात किया। कानपुर से सैडलरी का निर्यात हजार करोड़ रुपये के करीब का है लेकिन शहर में सिर्फ एक पंजीयन है।

सैडलरी कारोबार में होगा पुलिस के घोड़ों का इस्तेमाल: पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने बताया कि पुलिस विभाग के घोड़ों का इस्तेमाल सैडलरी के कारोबार के लिए भी होगा। इसके संबंध में पुलिस व सैडलरी एसोसिएशन की बैठक हुई है। इस सैडलरी कारोबारी पुलिस विभाग के घोड़ों का इस्तेमाल कर सकेगा। इससे पुलिस विभाग के घोड़ों को भी पुरानी की जगह नई काठी मिल सकेगी। सवार को भी उसी के मुताबिक ड्रेस मिलेगी।

इन उद्योगों के लगे स्टाल: काशी ज्वैलर्स, टीएम एक्सपोर्ट, लोहिया कार्प, अरविंद फुटवियर, ग्रोमोर इंटरनेशनल, सलेहा इंटरनेशनल, ग्लोब इंडस्ट्रीज, युवीराज ग्लोबल, ई-स्पिन नैनो टेक, गोविंदम् फ्लावर्स, एमकेयू, लिमिटेड, क्रिएटिव इंडिया, कानपुर फ्लावर साइकिलिंग, जीएसए इंटरनेशनल।

ये प्रमुख लोग शामिल हुए: संचालन फिओ के समन्वयक आलोक श्रीवास्तव ने किया। प्रदेश की उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार, विधान परिषद सदस्य अरुण पाठक, मुख्य विकास अधिकारी डा. महेंद्र कुमार, संयुक्त आयुक्त उद्योग सर्वेश्वर शुक्ला, जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक सुधीर श्रीवास्तव, सहायक महाप्रबंधक एसपी यादव, चर्म निर्यात परिषद के उपाध्यक्ष आरके जालान, आइआइए के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक अग्रवाल, कानपुर चैप्टर के अध्यक्ष जय हेमराजानी, महामंत्री दिनेश बारासिया रहे।

संघ कार्यालय भी गए: केंद्रीय सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग राज्यमंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा संघ कार्यालय भी गए। वहां राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत प्रचारक श्रीराम, प्रांत के प्रचार प्रमुख डा. अनुपम से मुलाकात की।

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