कानपुर मेट्रो ट्रेन चलते ही शुरू हो जाएगा अंडरग्राउंड सेक्शन का काम, टनल बोरिंग मशीन तैयार
दिसंबर में प्राथमिक कारीडोर में ट्रेन शुरू होते ही जनवरी से टीबीएम लाने का काम शुरू होगा। मशीन लखनऊ में पेंट और सर्विसिंग कर तैयार खड़ी है। अंडर ग्राउंड सेक्शन के काम के लिए दूसरी मशीने विदेश से लाई जाएंगी।
कानपुर, जागरण संवाददाता। मेट्रो के अधिकारियों और पूरे स्टाफ का फोकस इस समय प्राथमिक कारीडोर में ट्रेन चलाने पर है। इस ट्रेन के चलते ही पूरा फोकस बदल कर अंडरग्राउंड सेक्शन पर हो जाएगा। अंडरग्राउंड सेक्शन का काम शुरू करने के लिए लखनऊ में टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) तैयार है, बस कानपुर में ट्रेन चलते ही इसे लखनऊ से भेजने का काम शुरू हो जाएगा। दूसरी टीबीएम विदेश से आनी है।
मेट्रों के अधिकारियों ने इसी माह ट्रेन को चलाने की तैयारी पूरी कर ली हैं। पांच दिसंबर को मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त कानपुर आएंगे। उनके आगमन पर खुद मेट्रो प्रबंध निदेशक कुमार केशव भी कानपुर आएंगे। इसके बाद दिसंबर में ही मेट्रो प्राथमिक रूट पर चल जाएगी। ट्रेन के एलीवेटेड रूट पर चलते ही मेट्रो टीबीएम लाने का काम शुरू कर देगी। फिलहाल मेट्रो ने अपने अधिकारियों व कर्मचारियों को एलीऐटेड से अंडरग्राउंड सेक्शन में भेजना शुरू भी कर दिया है। ये वे अधिकारी और कर्मचारी हैं जिनका एलीवेटेड सेक्शन पर काम पूरा हो चुका है।
दूसरी ओर लखनऊ में टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) को तैयार भी कर लिया गया है। अधिकारियों का इशारा मिलते ही इसे कानपुर रवाना कर दिया जाएगा। अधिकारियों का मानना है कि मेट्रो ट्रेन शुरू होते ही टीबीएम को कानपुर लाने का काम शुरू हो जाएगा।
लखनऊ में भी अंडरग्राउंड का कार्य टाटा गुलेरमाक के पास था और कानपुर में पहले कारीडोर में सैम इंडिया गुलेरमाक के पास काम है। गुलेरमाक के पास अपनी टीबीएम है। वही टीबीएम कानपुर आ जाएगी। जनवरी या फरवरी में इसके आने के उम्मीद है। इसके लिए सीमेंटेड ङ्क्षरग भी बनाए जा रहे हैं जो टीबीएम के जरिए ही अंदर फिट किए जाते रहेंगे। इन ङ्क्षरग को बनाने का काम शहर में शुरू हो चुका है।