कन्नौज: आवास योजना के तहत पक्के घर देने का झांसा देकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से ठगी

- रोजगार सेविका पर पांच-पांच हजार रुपये लेने का आरोप कलेक्ट्रेट में प्रधान व रोजगार सेविका के खिलाफ नारेबाजी काेटा चयन प्रक्रिया के दौरान विवाद की स्थिति में एक महिला कार्रवाई रजिस्टर लेकर भाग गई थी सोमवार को महिलाअों ने कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 06:32 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 06:32 PM (IST)
कन्नौज: आवास योजना के तहत पक्के घर देने का झांसा देकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से ठगी
कलेक्ट्रेट परिसर जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देने जातीं समूह की महिलाएं

कन्नौज, जेएनएन। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत महिलाओं को आवास दिलाने के नाम पर रोजगार सेविका ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ठग लिया। ठगी में कई महिलाओं से पांच-पांच हजार रुपये लिए गए। आवास न मिलने की दशा में महिलाओं ने कलेक्ट्रेट में जारोदार प्रदर्शन किया इसके साथ ही आरोपित के खिलाफ नारेबाजी कर कार्रवाई की मांग की गई।

सोमवार को जलालाबाद ब्लाक के गोधनी गांव से राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंची। आरती राठौर, रीता, मिथलेश, लौगंश्री, कमलादेवी, कंचन, गिरजा, ममता समेत कई महिलाओं ने रोजगार सेविका पर प्रधानमंत्री आवास देने के लिए पांच-पांच हजार रुपये लेने व लाभ न मिलने का आरोप लगाकर प्रदर्शन किया। कार्रवाई की मांग कर नारेबाजी की। पीडि़त महिलाओं ने बताया कि सूची में नाम होने के बाद भी कच्चे मकान में रहने को मजबूर हैं। दो बार सर्वे होने के बाद भी लाभ नहीं मिला है। प्रधान व रोजगार अधिकारी भी वसूली में शामिल हैं। एडीओ व बीडीओ ने भी कार्रवाई नहीं की है। महिलाओं ने रुपये वापस कराने के साथ रोजगार सेविका, प्रधान व सचिव पर कार्रवाई की मांग करते हुए अतिरिक्त मजिस्ट्रेट हरीराम को शिकायत पत्र दिया। उन्होंने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। वहीं, ग्राम करनजौली की गुड्डी देवी ने प्रार्थना पत्र देकर आवास की मांग की।

कोटा चयन प्रक्रिया में धांधली का आरोप

ग्राम तेरारागी में हुई कोटा चयन प्रक्रिया में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने अफसरों पर धांधली का आरोप लगाया है। सोमवार को एकजुट होकर महिलाओं ने डीएम से मिलकर कार्रवाई की मांग की है। जलालाबाद के ग्राम तेरारागी में 26 सितंबर को स्वयं सहायता समूह की महिला को कोटा चयन होना था। इस दौरान तीन समूह की महिलाओं ने भाग लिया था। आरोप-प्रत्यारोप को लेकर महिलाओं में विवाद हो गया था। एक महिला कार्रवाई रजिस्टर लेकर भाग गई थी। इस कारण प्रक्रिया अधूरी रह गई थी। सोमवार को महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंची। वंदना शर्मा कोषाध्यक्ष ने अतिरिक्त मजिस्ट्रेट हरीराम से शिकायत की। बताया कि स्वयं सहायता समूह को प्राथमिकता देना है। प्रस्ताव में ग्राम सदस्य के हस्ताक्षर नहीं हैं। पांच हजार आबादी में सिर्फ 117 लोगों के हस्ताक्षर कराए गए हैं। अधिकारियों की ड्यूटी जलालाबाद में थी, लेकिन गांव आकर जबरन प्रस्ताव कराया। अधिकारियों ने धक्का-मुक्की कर कार्रवाई करने की धमकी दी थी। यदि दुकान का चयन हो गया है तो जांच कर निरस्त किया जाएगा।

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