एक शहरकाजी एक मुफ्ती ए आजम के लिए उलमा एकजुट,काजी उल कुज्जात को भेजा पत्र
शहर में एक शहर काजी होने की बात को लेकर तीन दर्जन से ज्यादा लोगों ने इस संबंध में एक पत्र काजी उल कुज्जात को भेजा है जो आठ मार्च को कानपुर आ रहे हैैं। इनके सामने भी यह बात उठाई जा सकती है।
कानपुर, जेएनएन। शहरकाजियों के पद को लेकर प्रतिस्पर्धा खत्म करने तथा शहर में एक शहरकाजी व एक ही मुफ्ती ए आजम बनाए जाने के लिए उलमा एकजुट होने लगे हैं। लगभग चार दर्जन उलमा ने काजी उल कुज्जात (चीफ काजी) से अपील की है कि वे शहर में शहरकाजियों व मुफ्ती ए आजम का विवाद खत्म कराने की पहल करें। उलमा के मशवरे से किसी एक शहरकाजी व मुफ्ती ए आजम बनाया जाए। काजी उल कुज्जात 8 मार्च को शहर आ रहे हैं। मरहूम शहरकाजी मौलाना रियाज अहमद हशमती के चेहल्लुम पर आजाद पार्क मैदान में होने वाले जलसे में वे शहरकाजी की घोषणा भी करेंगे।
शहर में बरेलवी मसलक के बीच शहरकाजियों को लेकj काफी समय से खींच तान चल रही है। शहरकाजियों की संख्या में वृद्धि से उलमा भी असमंजस में है। अब उलमा खुद ही शहरकाजियों की बढ़ती संख्या को लेकर आवाज उठाने लगे हैं। काजी उल कुज्जात अल्लामा असजद रजा खां शहर आने वाले हैं, इससे पहले उलमा ने बैठक कर उनसे शहरकाजियों के विवाद को खत्म कराने के लिए पहल करना का निर्णय लिया गया है। उलमा ने 43 उलमा ने काजी उल कुज्जात को पत्र भेज कर अनुरोध किया है कि उलमा के मशवरे से किसी एक शहरकाजी व एक मुफ्ती ए आजम की घोषणा करें। एक शहर में एक ही शहरकाजी व एक ही मुफ्ती ए आजम का नियम भी बनाया जाए। इसके लिए शहर के उलमा, मुफ्तियों से भी बातचीत की जाए।