दो साल का आइटीआइ प्रमाण पत्र छात्रों को देगा दोहरा लाभ, नौकरी व स्वरोजगार, उच्च शिक्षा की खुलेगी राह

दो साल में दोहरे प्रमाण पत्र का नियम बनाए जाने के बाद से ज्यादातर छात्र इसे लेकर जागरूक नहीं है। इसलिए इस बार प्रवेश प्रक्रिया के दौरान आइटीआइ प्रशासन छात्रों को इसके बारे में बताने के लिए एक अभियान चलाने जा रहा है

By Akash DwivediEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 09:05 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 09:05 AM (IST)
दो साल का आइटीआइ प्रमाण पत्र छात्रों को देगा दोहरा लाभ, नौकरी व स्वरोजगार, उच्च शिक्षा की खुलेगी राह
आइटीआइ में प्रवेश के लिए आवेदन फार्म भरने का सिलसिला प्रारंभ हो चुका है

कानुपर, जेएनएन। कुशल शिल्पकार बनाने वाले राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) के प्रमाण पत्र से छात्रों को दोहरा लाभ होगा। आठवीं व 10वीं के बाद तकनीकी के क्षेत्र में भविष्य संवारने वाले छात्र दो साल का कोर्स करके न केवल आइटीआइ का तकनीकी सॢटफिकेट प्राप्त कर सकते हैं बल्कि दो साल की अकादमिक पढ़ाई भी पूरी हो जाएगी। तकनीकी प्रशिक्षण के साथ आठवीं को हाईस्कूल व 10वीं को 12वीं के बराबर माना जाएगा। इसके लिए उन्हेंं आइटीआइ करने के बाद केवल हिंदी अथवा अंग्रेजी किसी भी एक विषय के साथ बोर्ड परीक्षा देनी होगी।

आइटीआइ में प्रवेश के लिए आवेदन फार्म भरने का सिलसिला प्रारंभ हो चुका है। दो साल में दोहरे प्रमाण पत्र का नियम बनाए जाने के बाद से ज्यादातर छात्र इसे लेकर जागरूक नहीं है। इसलिए इस बार प्रवेश प्रक्रिया के दौरान आइटीआइ प्रशासन छात्रों को इसके बारे में बताने के लिए एक अभियान चलाने जा रहा है। पढ़ाई के दौरान छात्रों की क्षमता देखने के बाद उन्हेंं तकनीकी कौशल के क्षेत्र में काम करने के साथ विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने के लिए भी प्रेरित किया जाएगा। खासतौर पर 10वीं पास ऐसे छात्रों के लिए एक सत्र आयोजित किया जाएगा जो दो वर्ष के कोर्स में प्रवेश लेंगे। अगर वह चाहें तो संबंधित ट्रेड के साथ नौकरी कर सकते हैं। इसके अलावा उन्हेंं स्वरोजगार स्थापित करने के बारे में भी आइटीआइ में जागरूकता सत्र के दौरान बताया जाएगा। इस सत्र में उन्हेंं यह भी बताया जाएगा कि आइटीआइ का प्रमाण पत्र लेने के बाद वह किसी भी विश्वविद्यालय से स्नातक की सामान्य अथवा प्रोफेशनल कोर्स की पढ़ाई कर सकते हैं।

10वीं पास छात्रों के लिए दो साल की 20 ट्रेड हैं : राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य केएम सिंह ने बताया कि आठवीं व 10वीं पास छात्रों के लिए आइटीआइ पांडुनगर में दो साल के प्रमाण पत्र के लिए 20 ट्रेड हैं। आइटीआइ के बाद उन्हेंं 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी।

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