फूड प्वाइजनिंग से दो बहनों की मौत, मां व तीन भाई-बहनों की हालत गंभीर

उरई के माधौगढ़ कोतवाली क्षेत्र के अटागांव का मामला, घर में खाना खाने के बाद बिगड़ी थी तबीयत।

By AbhishekEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 02:56 PM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 04:54 PM (IST)
फूड प्वाइजनिंग से दो बहनों की मौत, मां व तीन भाई-बहनों की हालत गंभीर
फूड प्वाइजनिंग से दो बहनों की मौत, मां व तीन भाई-बहनों की हालत गंभीर

कानपुर (जेएनएन)। उरई के माधौगढ़ कोतवाली क्षेत्र के अटा गांव में फूड प्वाइजनिंग से दो बच्चियों की मौत हो गई, जबकि उनकी मां व तीन भाई-बहनों की हालत गंभीर है। सभी एक ही परिवार के हैं। उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलते ही एसडीएम व सीओ अस्पताल पहुंचे।

अटा गांव निवासी संतोष कोरी पेशे से मजदूर है और ईंट-गारा का काम करता है। संतोष के मुताबिक उसके यहां सोमवार की शाम पूड़ी सब्जी बनी थी। जिसको खाने के बाद पूरे परिवार की तबीयत खराब हो गई। पत्नी शीला देवी (40), बेटे शिवम (14), बेटी राखी (9), स्नेहलता (6), प्रियंका (5) और वैष्णवी (3) को उल्टी दस्त शुरू हो गए। हालांकि वह मंगलवार को किसी को अस्पताल नहीं ले गया। बुधवार सुबह दो बेटियों स्नेहलता और प्रियंका की मौत हो गई।

ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि भोजन बनाने के दौरान कोई जहरीला कीड़ा गिरने के वजह से भी ऐसा हो सकता है। ग्रामीणों को जैसे ही दो मासूमों की मौत की जानकारी मिली वे संतोष के घर पहुंचे। तब मालूम पड़ा कि घर के अन्य सदस्यों की भी हालत खराब है। जिसके बाद पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी गई। एंबुलेंस से सभी को सीएचसी लाया गया। जहां इलाज चल रहा है। सूचना मिलते ही माधौगढ़ एसडीएम मनोज कुमार सागर, सीओ गिरीश सिंह और कोतवाली रामसहाय सिंह मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से जानकारी ली। पता चला कि संतोष ही परिवार के साथ रहता है।

अस्पताल पहुंचने पर संतोष ने एसडीएम को बताया कि खाना उसने भी खाया था, लेकिन उसकी हालत नहीं बिगड़ी। वह अपने मां-बाप की अकेली संतान है और मजदूरी कर किसी तरह परिवार का भरण पोषण करता है। एसडीएम सागर ने बताया कि बेहतर इलाज कराया जा रहा है। होश आने पर महिला से भी जानकारी ली जाएगी। सीओ गिरीश सिंह का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से असलियत सामने आएगी। चिकित्साधिकारी डा. विनोद राजपूत ने बताया कि सभी की हालत में अब सुधार आ रहा है। उधर सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम भी गांव पहुंची। 

chat bot
आपका साथी