दो बच्चे हाईटेंशन करंट की चपेट में आए, एक की मौत, बुंदेलखंड पैकेज से हो रहा पानी की टंकी का निर्माण

महोबा जनपद में बुंदेलखंड पैकेज से बन रह पानी की टंकी की दीवार पर खड़े दो बच्चे हाई टेंशन लाइन की चपेट में आ गये। हादसे में एक बच्चे की मौत हो गई।स्वजन का आरोप है कि ठेकेदार पैसे के लालच देकर बच्चों से काम करा रहा था।

By Sarash BajpaiEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 10:04 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 10:04 PM (IST)
दो बच्चे हाईटेंशन करंट की चपेट में आए, एक की मौत, बुंदेलखंड पैकेज से हो रहा पानी की टंकी का निर्माण
हाइटेंशन लाइन के करंट की चपेट में आने से बच्चे की मौत।

कानपुर, जेएनएन। महोबा के बेलाताल क्षेत्र की जैतपुर चौकी क्षेत्र के मंगरौल गांव में पानी टंकी निर्माण के दौरान बच्चे दीवार पर चढ़े थे। वहीं ऊपर से निकली 11 हजार लाइन की चपेट में आने से दो बच्चे चपेट में आकर झुलस गए। दोनों को जिला अस्पताल लाया गया। इसमें एक की मौत हो गई है। स्वजन का आरोप है कि काम करा रहा ठेकेदार बच्चों को लालच देकर उनसे काम करा रहा था।

बुंदेलखंड पैकेज के तहत मंगरौल खुर्द में करीब चालीस करोड़ की लागत से पेयजल योजना के तहत कार्य जल निगम निर्माण इकाई सिविल के द्वारा एक लखनऊ की कंपनी से काम कराया जा रहा है।

यह काम करीब दो साल से हो रहा है। शुक्रवार की शाम को टंकी की दीवार के पास कई बच्चे मौजूद थे। इसी में मंगरौल निवासी भगवानदास का 11 वर्षीय पुत्र निर्मल उर्फ बाबू तथा पवा गांव निवासी प्रेमचंद्र का 13 वर्षीय पुत्र अनिकेत भी दीवार पर खड़े थे, परिवार वालों का आरोप है कि वह वहां ठेकेदार के कहने पर दीवार की तराई कर रहे थे। इसी दौरान ऊपर से निकली 11 हजार की लाइन में सप्लाई चालू होने के कारण दोनों बच्चों का सिर तार से छू गया और वह करंट के चपेट में आकर नीचे आ गिरे। दोनों को बेलाताल अस्पताल लाया गया। यहां निर्मल की मौत हो गई। अनिकेत का इलाज चल रहा है। मासूम दिवंगत निर्मल की मां देवका ने पुलिस से कहा कि यहां काम देख रहा ठेकेदार वहां बच्चों से पानी की तराई करवाता है। पैसों के लालच में बच्चे काम करने लगते हैं। मेरा पुत्र भी तराई करते वक्त करंट की चपेट में आ गया। पुलिस में परिवार वालों की तरफ से तहरीर दे दी गई है। दिवंगत निर्मल के पिता भगवानदास ने बताया कि उसके तीन बेटों में निर्मल बीच का था जो कक्षा पांच में पढ़ता था। उससे बड़ा बेटा बृजेश है, छोटा अमित तथा सात साल की बहन खुशी है।

बच्चों को हटाया जाता है

टंकी निर्माण का काम करा रहे कंपनी के ठेकेदार संजय श्रीवास्तव का कहना है कि गांव में काम हो रहा है, वहां बच्चे आकर खेला करते हैं, कई बार वहां से हटने को कहा जाता है लेकिन जब कोई नहीं होता तो ऊपर दीवार पर चढ़ जाते हैं।

जांच के बाद होगी कार्रवाई

महोबा के श्रम प्रवर्तन अधिकारी अतुल श्रीवास्तव ने कहा कि छोटे बच्चे से काम कराने पर बाल श्रम के तहत मुकदमा दर्ज होता है, लेकिन यदि बच्चे की मौत हो गई है तो इसमें बालश्रम नहीं लगेगा, दुर्घटना के कारणों की जांच के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

जांच की जा रही है

जैतपुर चौकी इंचार्ज अनमोल ङ्क्षसह ने बताया कि बच्चों को हाईटेंशन करंट लगा था। इसमें एक बच्चे निर्मल की मौत हो गई है, परिवार वालों की ओर से दी गई तहरीर में कहा गया है कि बच्चे वहां ठेकेदार के जो लोग थे उनके कहने पर दीवार की तराई कर रहे थे। तभी करंट की चपेट में आ गए। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।  

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