एक से दूसरे राज्य जाने में ट्रक चालक भी हो रहे संक्रमित, जोर पकड़ रही वैक्सीनेशन शिविर लगवाने की मांग

यूपी मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के महामंत्री मनीष कटारिया का मानना है कि देश की सप्लाई चेन बाधित ना हो इसके लिए ट्रक चालकों को भी वैक्सीनेशन की सूची में प्रमुखता से स्थान देने की जरूरत है। उनके मुताबिक कानपुर में इस समय 40 हजार ट्रक चालक हैं।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 11:10 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 11:10 AM (IST)
एक से दूसरे राज्य जाने में ट्रक चालक भी हो रहे संक्रमित, जोर पकड़ रही वैक्सीनेशन शिविर लगवाने की मांग
ट्रक से माल की आपूर्ति करने के लिए जाते ड्राइवर की प्रतीकात्मक तस्वीर।

कानपुर, जेएनएन। पूरे देश में आपदा के दौरान भी ट्रकों से एक स्थान से दूसरे स्थान माल भेजा जा रहा है ताकि कहीं किसी सामान की कमी ना हो। इसके लिए कोरोना संक्रमण का खतरा होने के बाद भी ट्रक चालक पूरे देश में एक स्थान से दूसरे स्थान माल पहुंचा रहे हैं लेकिन जैसे-जैसे कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है ट्रक चालक भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। कानपुर में अब तक करीब डेढ़ हजार ट्रक चालक सीधे पाॅजिटिव हो चुके हैं या उनमें संक्रमण के लक्षण नजर आ रहे हैं। इसकी वजह से उन्होंने काम बंद कर दिया है। इसे लेकर ट्रक आॅपरेटर्स चिंतित हैं। यूपी मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के महामंत्री मनीष कटारिया का मानना है कि देश की सप्लाई चेन बाधित ना हो, इसके लिए ट्रक चालकों को भी वैक्सीनेशन की सूची में प्रमुखता से स्थान देने की जरूरत है। इनके लिए देशभर में प्रमुख पेट्रोल पंपों पर एक माह का वैक्सीनेशन शिविर लगाया जाए। ऐसा ना हुआ तो लगातार संक्रमित हो रहे ट्रक चालकों की वजह से सप्लाई चेन बाधित भी हो सकती है।

उनके मुताबिक कानपुर में इस समय 40 हजार ट्रक चालक हैं। प्रदेश में इनकी संख्या छह लाख और पूरे देश में करीब 90 लाख है। केंद्र सरकार के पास उनके कॉमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस की भी जानकारी है और आधार की भी। इसलिए वह आसानी से उनके वैक्सीनेशन की व्यवस्था की जा सकती है। इसके बाद ये जहां पर भी चाहें देश भर में वैक्सीनेशन करा लें। उनके अनुसार कानपुर करीब चार फीसद ट्रक चालक संक्रमित हैं या उसके लक्षण में उनमें नजर आ रहे हैं। ये चालक अपने घर जा रहे हैं। मनीष कटारिया के मुताबिक एक ट्रक चालक कानपुर से चेन्नई जाते समय रास्ते में कई ढाबे, पेट्रोल पंप पर रुकता है। ऐसे में अगर वह संक्रमित हुआ तो पूरे देश में संक्रमण लोगों को देता चला जाएगा। इसका बहुत खराब असर होगा। इसलिए तुरंत इनका वैक्सीनेशन शुरू किया जाए। जिस तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है, उसके हिसाब से 15 दिन बाद स्थितियां बहुत खराब हो सकती हैं।

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