एलएलआर में आक्सीजन जनरेशन प्लांट का ट्रायल रन, 100 बेड मेटरनिटी विंग में किया गया स्थापित
एलएलआर अस्पताल परिसर में आक्सीजन जनरेशन प्लांट ब्रिटेन के गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) एसीटी ग्रांट ने प्रदान किया है। इस एनजीओ ने कोविड महामारी के दौरान हुई आक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए देश भर में 100 आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने का निर्णय लिया था
कानपुर, जेएनएन। राजकीय मेडिकल कालेजों एवं चिकित्सकीय संस्थानों में सूबे का दूसरा आक्सीजन जनरेशन प्लांट जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल (हैलट) परिसर स्थित 100 बेड मेटरनिटी विंग में स्थापित किया गया है। इस प्लांट का ट्रायल रन शुक्रवार को शुरू हो गया। इससे पहले सूबे का पहला आक्सीजन जनरेशन प्लांट नोएडा स्थित सुपर स्पेशियलिटी इंस्टीट््यूट में स्थापित किया गया है।
एलएलआर अस्पताल परिसर में आक्सीजन जनरेशन प्लांट ब्रिटेन के गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) एसीटी ग्रांट ने प्रदान किया है। इस एनजीओ ने कोविड महामारी के दौरान हुई आक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए देश भर में 100 आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने का निर्णय लिया था, जिसमें से एक प्लांट जीएसवीएम मेडिकल कालेज में स्थापित किया गया है। प्लांट की लागत लगभग एक करोड़ रुपये है, जबकि इसकी स्थापना में 50 लाख रुपये खर्च आया है। एसीटी ग्रांट ने क्लीन मैक्स के सहयोग से प्लांट की स्थापना कराई है। जयपुर से आए इंजीनियर एवं उनकी सहयोगी टीम ने 10 दिन में के रिकार्ड समय में प्लांट की स्थापना कर उसका ट्रायल रन शुरू करा दिया।
प्लांट आपरेट करने की ट्रेनिंग : इंजीनियर और उनकी टीम ने आक्सीजन जनरेशन प्लांट को आपरेट करने की ट्रेनिंग अस्पताल एवं मेडिकल कालेज के इलेक्ट्रिशियन, आक्सीजन प्लांट मेंटेनेशन का कार्य करने वाली एजेंसी व उसके ठेकेदार एवं कालेज की ऑक्सीजन मानीटरिंग कमेटी के सदस्यों को भी ट्रेनिंग दी गई है। ताकि आपात स्थिति में इनमें से कोई भी प्लांट को आपरेट कर सके।
इनका ये है कहना