बांदा में मवेशियों को बचाने में खंती में पलटा ट्रैक्टर, चालक की दबकर हुई मौत
गिरवां थाना क्षेत्र के ग्राम नेवादा निवासी भरतबाबू का 45 वर्षीय पुत्र धीरेंद्र द्विवेदी कई वर्षों से पत्नी सरिता व बच्चों के साथ खुरहंड स्थित अपने आवास में रहकर कृषि कार्य करते थे। वह घर से अपना ट्रैक्टर लेकर कृषि व भाड़े के कार्य से गिरवां कस्बे गए थे।
बांदा, जागरण संवाददाता। झांसी-मीरजापुर राष्ट्रीय राज मार्ग पर बेसहारा मवेशियों को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित ट्रैक्टर- ट्राली समेत रोड किनारे खंती में पलट गया। हादसे में ट्रैक्टर चला रहे किसान की दबकर मौत हो गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर लिखा-पढ़ी की है। घटना से स्वजन बेहाल हैं।
गिरवां थाना क्षेत्र के ग्राम नेवादा निवासी भरतबाबू का 45 वर्षीय पुत्र धीरेंद्र द्विवेदी कई वर्षों से पत्नी सरिता व बच्चों के साथ खुरहंड स्थित अपने आवास में रहकर कृषि कार्य करते थे। वह घर से अपना ट्रैक्टर लेकर कृषि व भाड़े के कार्य से गिरवां कस्बे गए थे। वहां से घर जाते समय रास्ते में हाईवे के अर्जुनाह गांव के पास सड़क में अचानक बेसहारा मवेशी आ गए। जिंहे बचाने के चक्कर में ब्रेकर केपास ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर ट्राली समेत खंती में पलट गया। राहगीरों की सूचना पर पुलिस जब तक एंबुलेंस से उन्हें जिला अस्पताल ले गई तब तक उनकी मौत हो गई। स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के भाई दीपू ने बताया कि वह अपनी दस बीघा जमीन में कृषि कार्य करने के साथ अपने खुद के ट्रैक्टर से परिवार के भरण-पोषण के के लिए भाड़ा भी करते रहे हैं। आरोप लगाया कि पुलिस के पहुंचने के बाद भी एंबुलेंस देर से आई है। जिसके चलते वह करीब पौन घंटे घटनास्थल में तड़पता रहा है। सूचना मिलने पर सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने अस्पताल जाकर पीड़ित स्वजन को ढांढस बंधाया है। थाना प्रभारी अर्जुन सिंह ने बताया कि हादसे की कागजी कार्रवाई पूरी कराई गई है।
आधार कार्ड से पुलिस ने कराई पहचान:
राहगीरों की सूचना पर जिस समय किसान को पुलिस जिला अस्पताल ले गई। उनके साथ कोई स्वजन व ग्रामीण मौजूद नहीं था। जिससे शव अज्ञात में रखा रहा। पुलिस ने जेबों की तलाशी ली तो उसका आधार कार्ड व अन्य कागज मिले। जिसके आधार पर पुलिस ने स्वजन को सूचना दी है।