आज महाष्टमी व नवमी का व्रत, घर-घर होगा कन्या पूजन

जासं कानपुर शारदीय नवरात्र की धूम पूरे देश में है। माता की भक्ति में लीन भक्त।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 06:42 AM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 06:42 AM (IST)
आज महाष्टमी व नवमी का व्रत, घर-घर होगा कन्या पूजन
आज महाष्टमी व नवमी का व्रत, घर-घर होगा कन्या पूजन

जासं, कानपुर : शारदीय नवरात्र की धूम पूरे देश में है। माता की भक्ति में लीन भक्त अब अष्टमी, नवमी और दशहरा का उत्साह धूमधाम से मनाने की तैयारी करने लगे हैं। शनिवार को तिथियों में अंतर के चलते महाष्टमी व नवमी का पूजन व्रत किया जाएगा। घरों में मां का विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया जाएगा। ज्योतिषाचार्य पंडित केए दुबे पद्मेश ने बताया कि अष्टमी और नवमी एक ही दिन होने के बावजूद भी देवी मां की अराधना के लिए भक्तों को पूरे नौ दिन मिलेंगे। तिथियों की कमी के चलते यह अंतर देखने को मिलता है। इसी अंतर के चलते इस बार महाष्टमी व नवमी पूजन एक साथ किया जाएगा। महाराजश्री के मुताबिक जो देवी भक्त अष्टमी तक व्रत करते हैं, वे शनिवार को अष्टमी पूजन संग कन्या भोज कराएंगे। जो भक्त नवमी तक व्रत का पारण करते हैं, वे रविवार को पूजन करेंगे। उन्होंने बताया कि इस बार विजयदशमी का विजय मुहूर्त दोपहर 1.50 से लेकर 2.30 तक रहेगा।

ऐसे करें कन्या भोज

आस्था के महापर्व में कन्या भोज कराना सबसे प्रमुख माना जाता है। कन्या भोज में एक छोटा बालक जरूर होना चाहिए। जो बटुक भैरव का रूप माना जाता है। भोग से पहले परिवार के सदस्यों द्वारा कन्याओं को घर में आमंत्रित करके उनके पैर धोए जाते हैं, फिर बाल रूपी कन्याओं को हल्दी चंदन लगाकर उनका आशीष ग्रहण करते हैं। ये कन्याएं सुभद्रा, दुर्गा, शाम्भवी, चंडिका, कालिका, रोहिणी, कल्याणी, त्रिमूर्ति और कुंआरी का रूप मानी जाती हैं।

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