उलमा को हाईटेक बनाने के लिए कंप्यूटर के साथ अंग्रेजी बोलचाल का प्रशिक्षण भी मिलेगा, जानिए पूरी तैयारी
अब्दुल्लाह कासमी ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वजह से इस वर्ष ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई। जल्द ही पढ़ाई के लिए ऑनलाइन कक्षाएं लगना शुरु हो जाएंगी। पिछले वर्षों में कंप्यूटर व अंग्रेजी का प्रशिक्षण लेने के बाद कई मदरसों में इसकी शिक्षा भी दे रहे हैं।
कानपुर, जेएनएन। उलमा को हाईटेक बनाने के लिए कंप्यूटर के साथ अंग्रेजी बोलचाल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए इस वर्ष 30 उलमा का चयन किया गया है। कोरोना काल में उलमा को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। बाद में आफलाइन प्रशिक्षण भी शुरु किया जाएगा। कंप्यूटर एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन उलमा को अंग्रेजी भाषा सिखाने का दो वर्षीय कोर्स करा रही है। इस वर्ष ऑनलाइन परीक्षा के माध्यम से उलमा का चयन किया गया है। कोरोना काल में इनको ऑनलाइन पढ़ाई कराई जाएगी। मदरसों में पढाई पूरी करने के बाद उलमा को हाईटेक बनाने की लिए हक एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन अंग्रेजी बोलचाल व कंप्यूटर शिक्षा का दो वर्षीय डिप्लोमा कराती है। इस वर्ष नए बैच के लिए 30 छात्रों का चयन किया गया है।
इसके लिए ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा हुई जिसमें देशभर से उलमा ने भाग लिया। फाउंडेशन के चेयरमैन मुफ्ती अब्दुर्रशीद कासमी, नायब चेयरमैन मौलाना अमीन उल हक अब्दुल्लाह कासमी ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वजह से इस वर्ष ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई। जल्द ही पढ़ाई के लिए ऑनलाइन कक्षाएं लगना शुरु हो जाएंगी। पिछले वर्षों में कंप्यूटर व अंग्रेजी का प्रशिक्षण लेने के बाद कई मदरसों में इसकी शिक्षा भी दे रहे हैं। मदरसों में अंग्रेजी व कंप्यूटर में दक्ष उलमा की मांग भी काफी हो रही है। हक एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना कर उलमा को अंग्रेजी सिखाने व कंप्यूटर का प्रशिक्षण देने की शुरुआत जमीयत उलमा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व शहरकाजी मौलाना मतीन उल हक उसामा ने की थी।