उन्नाव में वैक्सीनेशन न कराने वाले ग्रामीणों को समझाने के लिए डीएम ने निकाली ये नई तरकीब

अगर किसी तरह लोग टीकारकण के लिए आ भी रहे हैं तो उनके अंदर भ्रांतियों के चलते भय की स्थिति बनी है। इन सबके बीच क्षेत्रों में टीके को लेकर फैलाई गई अफवाह ग्रामीणों के दिमाग में घर कर चुकी है।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 03:05 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 03:05 PM (IST)
उन्नाव में वैक्सीनेशन न कराने वाले ग्रामीणों को समझाने के लिए डीएम ने निकाली ये नई तरकीब
टीकाकरण कर लोगों को सुरक्षित करने की मंशा सरकार की मंशा है

कानपुर, जेएनएन। प्रशासन के लाख जतन के बाद भी जिले में तमाम गांवों में ग्रामीण कोविड वैक्सीनेशन न करवाने की जिद पर अड़े हैं। हालात यह हैं कि टीम दिन-दिन भर गांव में डेरा डाले रहती है लेकिन ग्रामीण टीका लगवाने नहीं पहुंचते हैं। हठी ग्रामीणों को वैक्सीनेशन के फायदे बताने के लिए अब प्रशासन ने उच्चाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। उच्चाधिकारी आधा दर्जन अन्य विभागाधिकारियों के साथ गांव में घर-घर जायेंगे।

कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले अधिक से अधिक टीकाकरण कर लोगों को सुरक्षित करने की मंशा सरकार की मंशा है।

जिसके लिए जिलाधिकारी ने उपनिदेशक कृषि, खण्ड विकास अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, अधिशासी अभियंता आरईडी आदि को वैक्सीनेश कराने की जिम्मेदारी दी है। अधिकारी ग्रामीणों को जागरूक करेंगे। हालांकि विभागीय अधिकारी भी ग्रामीणों को नहीं समझा पा रहे हैं। अब तक जहां भी अधिकारी ग्रामीणों को समझाने गये, वहां वैक्सीनेशन ने रफ्तार नहीं पकड़ी है। कोविड टीकाकरण में ग्रामीणों की बेरुखी ने प्रशासन का तनाव बढ़ा रखा है।

शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में टीका लगवाने वाले आगे नहीं आ रहे हैं। अगर किसी तरह लोग टीकारकण के लिए आ भी रहे हैं तो उनके अंदर भ्रांतियों के चलते भय की स्थिति बनी है। इन सबके बीच क्षेत्रों में टीके को लेकर फैलाई गई अफवाह ग्रामीणों के दिमाग में घर कर चुकी है। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने बताया कि ग्रमीणों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करने के लिए कई टीम बनाई हैं। अलग-अलग क्षेत्रों में जागरूकता के लिए अफसरों को लगा उनका रोस्टर जारी कर दिया है।  

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