उन्नाव में दर्दनाक हादसा, डीसीएम से कुचलकर बाबा और दो पौत्रों की मौत, परिवार में कोहराम

पुरवा कोतवाली क्षेत्र में बांगरमऊ रोड पर लंगरपुर गांव के सामने हादसा हुआ है। एक ही बाइक से बाबा और दोनों पौत्र भूपतिपुर गांव में शादी समारोह में बरात में शामिल होकर वापस कुढ़ेरी खेड़ा गांव अपने घर लौट रहे थे।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 10:49 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 10:49 AM (IST)
उन्नाव में दर्दनाक हादसा, डीसीएम से कुचलकर बाबा और दो पौत्रों की मौत, परिवार में कोहराम
उन्नाव की पुरवा कोतवाली क्षेत्र में हादसा हुआ है।

उन्नाव, जेएनएन। पुरवा कोतवाली क्षेत्र में रविवार की रात दर्दनाक हादसे से परिवार में मातम छा गया। शादी समारोह से लौटते समय बाइक सवार एक परिवार के तीन लोगों की डीसीएम से कुचलकर मौत हो गई। रात में पुलिस ने शवों की शिनाख्त के बाद घरवालों को सूचना दी तो कोहराम मच गया। सुबह सुबह हादसे की जानकारी होते ही गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया और मृतकों के घर पर लोगों का मजमा लगा रहा।

पुरवा कोतवाली के ग्राम कुढ़ेरी खेड़ा लंगरपुर, निवासी बिंदाप्रसाद अपने दो पौत्र राहुल और शिवकुमार के साथ रविवार को रिश्तेदार के घर में शादी कार्यक्रम में बराती बनकर भूपतिपुर गांव गए थे। कार्यक्रम में शामिल होने के बाद देर रात तीनों एक ही बाइक पर सवार होकर घर लौट रहे थे। लंगरपुर गांव के पास उन्नाव की ओर से आ रही डीसीएम ने बाइक में टक्कर मार दी और सड़क पर गिरे तीनों लोगों को रौंदते हुए निकल गया। डीसीएम अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे में तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों की शिनाख्त के बाद घरवालों को सूचना दी।

सोमवार की सुबह गांव में हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत की सूचना मिलते ही मातम छा गया और घर पर कोहराम मच गया। गांव वाले मृतक बिंदा प्रसाद के घर पर शोक जताने पहुंचने लगे। ग्रामीणों के मुताबिक बिंदा प्रसाद के दोनों पौत्र युवा थे और अभी शादी भी नहीं हुई थी। हादसे में घर के चिराग बुझने से परिवार की खुशियां छिन गई हैं। वहीं पुरवा कोतवाली पुलिस ने डीसीएम चालक के बारे में जानकारी करने का प्रयास किए जाने की बात कही है।

मातम में बदली विवाह की खुशियां  

रविवार को बिंदाप्रसाद की बहन की नातिन की शादी थी। उसमें शामिल होने के लिए बिंदा प्रसाद अपने पौत्र शिवकुमार और राहुल के साथ बाइक से ग्राम भूपतिपुर गए थे। देर रात जयमाल होने के बाद तीनों घर के लिए रवाना हुए लेकिन उन्हें क्या पता कि रास्ते में काल इंतजार कर रहा है और घर पहुंचने से पहले उनकी मौत हो जाएगी। जब यह खबर सुबह भूपतिपुर पहुंची तो शादी की खुशियां मातम में बदल गयी।

chat bot
आपका साथी