कानपुर के इस गांव में इस कदर पानी भरा की, लोग वाहन से नहीं नाव से पार कर रहे रोड
न्यू ट्रांसपोर्ट नगर से पनका बहादुर नगर गांव के बीच शनिवार को पांडु नदी पर बना पुल पूरी तरह डूब गया था। रात में ही पानी घरों के अंदर तक घुस गया। लोगों ने छत पर रात किसी तरह गुजारी सुबह होते ही लोगों ने नाव की व्यवस्था की
कानपुर, जेएनएन। पिछले पांच दिनों से हो रही बारिश की वजह से पांडु नदी उफना गई है। पानी खेतों और सोसाइटी क्षेत्रों में भरना शुरू हो गया है। रविवार को पांडु नदी का जलस्तर बढ़ा तो कल्याणपुर के पनका गांव में इतना ज्यादा जलभराव हो गया कि घरों में फंसे लोगों को नाव से निकालना पड़ा। बर्रा आठ के बाद अब गोपालपुरम सोसाइटी क्षेत्र के लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है।
न्यू ट्रांसपोर्ट नगर से पनका बहादुर नगर गांव के बीच शनिवार को पांडु नदी पर बना पुल पूरी तरह डूब गया था। रात में ही पानी घरों के अंदर तक घुस गया। लोगों ने छत पर रात किसी तरह गुजारी, सुबह होते ही लोगों ने नाव की व्यवस्था की, जिसके बाद लोगों को सुरक्षित जगह पर ले जाया गया। जलभराव से छीतेपुर, वनपुरवा, कला का पुरवा, गंभीरपुर, रामपुर व भीमसेन समेत कई गांवों का पनकी से संपर्क टूट गया। पांडु नदी किनारे बसे जरौली फेस दो गोपालपुरम इलाके के आधा दर्जन से ज्यादा घर भी जलमग्न हो चुके हैं। बाढ़ की आशंका पर लोगों ने अपने बच्चों को रिश्तेदारों के यहां भेज दिया है।
जनप्रतिनिधि कर रहे अनदेखी : गोपालपुरम के हरिनाथ यादव, विद्या अग्निहोत्री, अवनेश कुमार, अजय तिवारी, अंकुर ने बताया कि इलाके के विकास में कोई जनप्रतिनिधि रुचि नहीं लेता है। हर बारिश में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लोगों का कहना है कि 2018 में आई बाढ़ के बाद प्रशासन ने दीवार बनाने का वादा किया था, लेकिन आज तक यह काम नहीं हो पाया।
जलभराव से पीडि़त लोगों की मदद करें डीएम : पांडु नदी के उफनाने से दक्षिण क्षेत्र के कई इलाके जलमग्न हो गये। रविवार को विधायक सुरेंद्र मैथानी यहां पहुंचे और डीएम से बात कर जलमग्न घरों में निवास करने वाले लोगों की मदद को कहा है।
इनका ये है कहना
घर में पानी भरा हुआ है। गृहस्थी को पहली मंजिल में शिफ्ट कर दिया गया है। बाढ़ की आशंका के चलते घर वालों को सुरक्षित जगह भेज दिया है।
कौशेलेंद्र यादव, गोपालपुरम
डीएम को फोन कर मदद की गुहार लगाई थी। अब सोमवार को डीएम से मिलकर आग्रह करेंगे कि नहर का पानी रोकने के लिए दीवार बनाई जाए।
पवन सूरी, गोपालपुरम