बरगद की इन खासियतों को जानकर आप हो जाएंगे हैरान, डाक्टरों ने दिए ये तर्क

अधिक मात्रा में पानी एकत्र हो जाता है जो इसे सींचने के लिए उपयोगी होता है। डीबीएस कालेज में वनस्पति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डा. इंद्राणी दुबे ने बताया कि कि बरगद का पौधा आकार में विशाल होने के चलते हमें छाया तो देता ही है

By Akash DwivediEdited By: Publish:Mon, 07 Jun 2021 03:25 PM (IST) Updated:Mon, 07 Jun 2021 03:25 PM (IST)
बरगद की इन खासियतों को जानकर आप हो जाएंगे हैरान, डाक्टरों ने दिए ये तर्क
प्रकृति और पूजा पाठ का जुड़ाव बहुत अधिक है

कानपुर, जेएनएन। प्रकृति और पूजा पाठ का जुड़ाव बहुत अधिक है। जब हम पूजा-अर्चना करते हैं तो हमें पुष्प व पत्तियां पौधों से ही मिलती हैं। बात पौधों की करें तो बरगद पौराणिक व आध्यामिक नजरिए से सभी के बहुत काम आता है। इस पेड़ की खासियत है कि इसे बहुत अधिक पानी, खाद की आवश्यकता भी नहीं होती क्योंकि इसकी जड़ें जमीन के अंदर काफी बड़े भाग में फैली रहती हैं।

बारिश के सीजन में ही इस पौधे में अधिक से अधिक मात्रा में पानी एकत्र हो जाता है जो इसे सींचने के लिए उपयोगी होता है। डीबीएस कालेज में वनस्पति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डा. इंद्राणी दुबे ने बताया कि कि बरगद का पौधा आकार में विशाल होने के चलते हमें छाया तो देता ही है, साथ में पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन भी देता है जो हमारे जीवन के लिए बहुत अधिक उपयोगी है। उन्होंने कहा कि वट सावित्री पूजा पर महिलाएं इस पौधे की पूजा भी करती हैं।

इनका ये है कहना वट सावित्री पूजा पर बरगद का पौधा रोपने का संकल्प लिया है। इस पौधे को अधिक से अधिक रोपने के लिए सभी को प्रेरित करेंगे। - गरिमा मिश्रा, किदवई नगर वैसे तो अक्सर ही वट सावित्री पूजा घर पर कर लेते थे, लेकिन इस बार किसी पार्क में जाकर पूजा करेंगे और वहां बरगद का पौधा रोपेंगे। - साधना मिश्रा, शास्त्री नगर बरगद का पौधा अधिक से अधिक रोपने की पूरी तैयारी है। इससे हमें आक्सीजन मिलेगी, जो हमारे बहुत काम आएगी। - डा. श्वेता सिंह, शारदा नगर

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