मूसलाधार बारिश ने खोली नगर निगम के दावों की कलई... हर तरफ सड़कों पर दिखा पानी ही पानी

शास्त्रीनगर में भी नाला साफ करने में साढ़े पांच लाख रुपये खर्च हुए लेकिन नाला देखकर कोई नहीं कह सकता है कि सफाई भी हुई है। क्षेत्रीय पार्षद अरविंद यादव ने बताया कि कई बार अधिशासी अभियंता आरके यादव से शिकायत की

By Akash DwivediEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 08:26 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 09:05 AM (IST)
मूसलाधार बारिश ने खोली नगर निगम के दावों की कलई... हर तरफ सड़कों पर दिखा पानी ही पानी
गोवा गार्डन में बारिश के बाद गंदगी से उफनाता नाला। क्षेत्रीय नागरिक

कानपुर, जेएनएन। नाला सफाई को लेकर दैनिक जागरण की टीम ने पड़ताल की तो खेल सामने आया। कागज में साफ दिखाए गए नाले मौके पर गंदगी से पटे पड़े हैं। नाला साफ न होने की क्षेत्रीय पार्षदों ने शिकायत की थी, लेकिन अफसरों ने ध्यान नहीं दिया। बुधवार को हुई मूसलाधार बारिश ने नाला सफाई की पोल खोल दी। इसके चलते औद्योगिक क्षेत्र में पानी भरने से ढाई सौ फैक्ट्रियों में साढ़े तीन करोड़ का नुकसान हुआ। इसके अलावा घरों के अंदर पानी भरने से लोगों की गृहस्थी खराब हो गयी।

दैनिक जागरण की टीम ने कल्याणपुर और शिवली रोड से गुजर रहे नाले का निरीक्षण किया तो मौके पर नाला लबालब मिला। विश्वविद्यालय से लेकर साहब नगर होते हुए गोवा गार्डन जाने वाले नाले की साढ़े आठ लाख रुपये से सफाई की गई थी। लेकिन मौके पर देखने से नहीं लगा कि नाला साफ हुआ है। क्षेत्रीय पार्षद अंजू मिश्रा ने बताया कि केवल खानापूरी हुई है। दिखावे के नाम पर सिल्ट निकाली गयी है। पिछले माह शिकायत भी की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बुधवार को क्षेत्र में एक से दो फीट तक जलभराव हो गया था। यहां अभी तक पानी भरा हुआ है।

शास्त्रीनगर में भी नाला साफ करने में साढ़े पांच लाख रुपये खर्च हुए, लेकिन नाला देखकर कोई नहीं कह सकता है कि सफाई भी हुई है। क्षेत्रीय पार्षद अरविंद यादव ने बताया कि कई बार अधिशासी अभियंता आरके यादव से शिकायत की ,लेकिन नाला सफाई केवल कागज में ही होती रही। मौके पर सिल्ट से पटा पड़ा है। गुजैनी गांव में नाला सफाई के नाम पर केवल कुछ सिल्ट निकाल कर रख दी। पार्षद आरती गौतम ने बताया कि कई बार शिकायत की गई, लेकिन हर बार नाला सफाई का आश्वासन देते रहे। सफाई के नाम पर केवल हर बार कुछ सिल्ट निकाल दी जाती है। बुधवार को हुई बारिश ने व्यवस्था की पोल खोल दी और पूरा इलाके में आधा फीट तक गंदा पानी भरा हुआ है।

यहां हाल दादानगर और पनकी औद्योगिक क्षेत्र का है यहां भी छह फीट गहरे नाले में दो फीट ही सिल्ट निकाली गयी है। इसके कारण पनकी और दादानगर औद्योगिक क्षेत्र में पानी भरने से ढाई सौ फैक्ट्रियों में पानी भर गया। इस बाबत मुख्य अभियंता एसके सिंह ने बताया कि जहां पर नाला नहीं साफ हुआ है, उसको साफ कराया जाएगा। साथ ही अभियंताओं और ठेकेदारों पर कार्रवाई की जाएगी। नाला सफाई के भुगतान पर रोक लगी है। 

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