पांच घंटे में निपट गया तीन दिवसीय अधिवेशन,कोरोना के चलते पदाधिकारियों को नहीं मिली थी अनुमति

रेल कर्मियों का तीन दिवसीय अधिवेशन कुछ घंटों में ही समाप्त हो गया। कारण यह बताया जा रहा है कि कोविड प्रोटोकाल के चलते पदाधिकारियों को इस अधिवेशन की अनुमति नहीं मिल सकी थी। अधिवेशन समाप्त होने के बाद बाहर से आए लोग वापस चले गये।

By Sarash BajpaiEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 03:12 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 03:12 PM (IST)
पांच घंटे में निपट गया तीन दिवसीय अधिवेशन,कोरोना के चलते पदाधिकारियों को नहीं मिली थी अनुमति
कुछ घंटों में ही सिमटा रेल कर्मियों का तीन दिवसीय अधिवेशन।

कानपुर, जेएनएन। रेलवे कर्मचारियों ने सोमवार को तीन दिवसीय अधिवेशन शुरू किया था लेकिन कोरोना के चलते यह अधिवेशन महज पांच घंटे में ही समाप्त हो गया। जिसके बाद बाहर से आए डेलीगेशन भी वापस हो गए। ऐसा कोरोना के चलते हुए। दरअसल कोविड प्रोटोकाल के चलते पदाधिकारियों को अनुमति ही नहीं मिली।

नार्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन के तत्वावधान में सोमवार से बुधवार तक तीन दिवसीय अधिवेशन का आयोजन एरिया क्लब में किया गया था। अधिवेशन का एजेंडा तय था और बाहर से आए डेलीगेशन से चर्चा और अनुमति के बाद आंदोलन की रणनीति बननी थी। इसके लिए जब संगठन के पदाधिकारियों ने इसके लिए रेलवे अधिकारियों से अनुमति मांगी तो उन्होंने कोविड संक्रमण का हवाला देते हुए अनुमति देने से इंकार कर दिया। बहुत ना नुकुर के बाद पदाधिकारियों को एक दिन का समय दिया गया। जिसके बाद आयोजकों ने तीन दिन के कार्यक्रम को एक दिन में पूरा कर अधिवेशन की रूपरेखा तय की। एनसीआनएमयू (नॉर्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन) के शाखा सचिव विक्रम सिंह बताते हैं कि मुंबई समेत अन्य कई शहरों में कोविड संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इसे देखते हुए बाहर से आए सदस्यों से मंत्रणा के बाद तय हुआ कि अधिवेशन एक दिन में पूर्ण कर लिया जाए।जिस पर सभी सदस्यों ने अपनी सहमति दी थी। आसपास के जिलों से आए कई डेलीगेशन वापस चले गए जबकि दूसरे प्रदेशों से आए डेलीगेशन को एरिया क्लब में ठहरने की व्यवस्था की गई है। 

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