बारिश ने धो डाला स्मार्ट सिटी का 'भ्रम'
खोदी सड़कें हो गई खतरनाक रोज फंसकर गिरते वाहन सवार।
जागण संवाददाता, कानपुर : बारिश ने स्मार्ट सिटी की सड़कों की पोल खोल कर रख दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गड्ढा मुक्त अभियान को कागज में पूर्ण दिखाने वाले अफसरों का झूठ भी खुल गया है। शायद ही कोई ऐसी मुख्य सड़क बची है जो सही हो। जगह-जगह खोदी सड़कें अब जानलेवा बन गई हैं। जरा सी चूक वाहन चालक को अस्पताल पहुंचा सकती है। तीन दिन से रुक-रुक कर हो रही बारिश से सड़कों में कीचड़ फैल गया है, जिसमें फिसलकर वाहन सवार गिर रहे हैं। लोग खोदी गई और सड़कों पर हुए गड्ढों का दर्द झेल रहे हैं, लेकिन अफसरों को नहीं दिख रहा है। वह एक दूसरे के पाले में गेंद फेंक रहे हैं।
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प्रमुख सड़कों का हाल
लीकेज ने पूरी सड़क लील ली
रावतपुर क्रासिग से डबलपुलिया जाने वाली नौ सौ मीटर सड़क तीन साल पहले एक करोड़ रुपये से बनी थी। इस दौरान लीकेज के चलते आठ बार से ज्यादा सड़क धंस चुकी है। न तो घटिया पाइप बदला गया और न ही सड़क को ठीक किया गया। अभी भी काकादेव के पास दो जगह सड़क खोदी हुई पड़ी है। आधी सड़क तक कीचड़ होने से निकलना दूभर हो गया है। इस सड़क से रोज एक लाख लोग गुजरते हैं। पीडब्ल्यूडी ने जल निगम को सड़क ठीक करने के लिए पत्र लिखा है।
सड़क - रावतपुर से डबलपुलिया
लंबाई - नौ सौ मीटर
बनी - तीन साल पहले
लागत - एक करोड़
स्थिति - जगह-जगह लीकेज और खोदी होने से फैला कीचड़
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एक साल में पूरी नहीं हो पाई खोदाई
चिड़ियाघर चौराहा से धनाऊपुरवा तक 2.8 किमी सड़क पर सीवर लाइन डालने के लिए जल निगम एक साल से खोदाई कर रहा है, लेकिन अभी तक पूरी सड़क नहीं ठीक हो पाई है। बरसात में यह और खतरनाक हो गई है। सड़क बनाने के पीछे एक नया बहाना अफसरों के पास है कि रास्ता बंद करना पड़ेगा, इससे जनता को दिक्कत होगी। अभी जनता दर्द झेल रही है। रास्ता बंदकर सड़क को दुरुस्त किया जा सकता है।
सड़क - मैनावती मार्ग से सिंहपुर जोड़ने वाली रोड
बनी - पांच साल पहले
लागत - केडीए ने चार लेन की 16 करोड़ से सड़क बनाई थी
स्थिति - एक साल से खोदी जा रही सड़क
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पैसा होने के बाद भी नहीं बनी सड़क
नमामि गंगे के तहत फजलगंज में सीवर लाइन डालने के लिए सड़क खोद दी गई है। सड़क बनाने के लिए जल निगम ने पीडब्ल्यूडी को 39 लाख रुपये भी दे दिए हैं, लेकिन अभी तक सीवर लाइन डालने का काम ही नहीं हो पाया है। सड़क की हालत को देखते हुए नहीं लगता है कि इस बारिश में सड़क मोटरेबल भी हो पाएगी। फिलहाल इस सड़क से रोज गुजरने वाले एक लाख से ज्यादा लोगों को खोदी सड़क का दर्द झेलना होगा।
सड़क - विजय नगर से जरीब चौकी चौराहा तक
बनी - वर्ष 2012 में छह लेन
लागत - आठ करोड़ रुपये
स्थिति - अभी पड़ रही सीवर लाइन
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जल निगम जल्द पाइप डाल दे तो सड़क को मोटरेबल करने का काम शुरू कर दिया जाए। पैसा खाते में है केवल पाइप पड़ने की देरी है।
मुकेश सिंह शर्मा, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी
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यहां भी हाल बेहाल
कल्याणपुर, रावतपुर गांव, गुजैनी, दबौली, गूबा गार्डन, तात्याटोपे नगर, श्यामनगर, सुजातगंज समेत कई जगह सड़कों में पानी भरा हुआ है।