मनोरोगी ने रची ऐसी साजिश, उलझ गया पुलिस का दिमाग

डाक्टर का दावा भाई था मनोरोगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 01:42 AM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 01:42 AM (IST)
मनोरोगी ने रची ऐसी साजिश, उलझ गया पुलिस का दिमाग
मनोरोगी ने रची ऐसी साजिश, उलझ गया पुलिस का दिमाग

जागरण संवददाता, कानपुर : पत्‍‌नी, बेटे और बेटी की हत्या करने वाले डाक्टर सुशील के अवसादग्रस्त होने की बात लगातार दोहरा रहे उनके परिवार से भाई डाक्टर सुनील ने फिर दावा किया है कि उनका भाई मनोरोगी था। यह भी कहा, सुशील रोजाना एविल खाता था, जिससे उसका व्यवहार बेहद आक्रामक हो जाता था। हालांकि, मनोचिकित्सक उनके दावों को खारिज करते हैं। दूसरी ओर, कथित मनोरोगी डा. सुशील की रची साजिश ने पुलिस का दिमाग उलझा दिया है। पुलिस आयुक्त असीम अरुण का कहना है कि कि हत्या का कारण अभी भी पहेली बना हुआ है। वारदात सुनियोजित ढंग से की गई है। पत्नी का पांच दिन पहले से अवकाश ले लेना। डाक्टर का भी एक दिन पहले से कालेज न जाना दर्शाता है कि परिवार में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा था।

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भाई बोले, एविल खाकर आक्रामक हो जाता था व्यवहार

शुक्रवार को तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद डाक्टर सुशील ने अपने भाई डाक्टर सुनील को वाट्सएप मैसेज कर जानकारी दी थी। वही सबसे पहले सुशील के घर डिविनिटी होम्स अपार्टमेंट पहुंचे थे। पुलिस को बुलवा दरवाजा तुड़वाया, तब सुशील की पत्‍‌नी चंद्रप्रभा, बेटे शिखर और बेटी खुशी के शव अलग-अलग कमरों में मिले थे। डाक्टर सुनील ने भाई के अवसाद में होने की बात पुलिस को बताई थी। मौके पर मिले पत्र में सुशील ने भी यही जिक्र किया था। सुनील रोज अवसाद के बारे में जानकारी दे रहे हैं। रविवार को भी बताया कि भाई दिन में कई-कई बार एविल खाता था और आक्रामक हो जाता। इससे परेशान चंद्रप्रभा दवा छिपाकर रखती थीं।

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मनोचिकित्सक ने खारिज किया दावा

वरिष्ठ मनोचिकित्सक प्रोफेसर विपुल सिंह के मुताबिक एविल एंटी एलर्जिक दवा है। बिना बीमारी या आवश्यकता इसे खाने पर यह नशे का काम करती है। इसके खाने के बाद शरीर सुस्त पड़ जाता है। डाक्टर सुशील इसका प्रयोग रोजाना कर रहे थे तो निश्चित तौर पर नशे के रूप में कर रहे थे। आक्रामक व्यवहार होना समझ से परे है।

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हत्या के कारणों को तलाशने में अभी भी हाथ पांव मार रही पुलिस

तिहरे हत्याकांड को डाक्टर ने अपनी बीमारी नहीं बल्कि निजी कारणों की वजह से अंजाम दिया। अब तक हुई जांच के बाद पुलिस इसी निष्कर्ष पर पहुंची है। मगर, यह राज अब तक राज है कि आखिर वह कौन से कारण हैं, जिनकी वजह से उसने पूरे परिवार का कत्ल कर दिया। पत्नी से नाराजगी तो समझी जा सकती है कि उसे उन पर शक था, लेकिन बच्चों को क्यों मारा, यह समझ से परे है।

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सीडीआर से भी नहीं मिला सुराग

तिहरे हत्याकांड को डाक्टर ने निजी कारणों की वजह से अंजाम दिया, पुलिस जांच के बाद इसी निष्कर्ष पर पहुंची है। आखिर कौन से कारण हैं, जिनकी वजह से उसने पूरे परिवार का कत्ल कर दिया, यह अब तक राज है। पत्नी से नाराजगी तो समझी जा सकती है, लेकिन बच्चों को क्यों मारा, यह समझ से परे है। डाक्टर के मोबाइल नंबर की काल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) से बस अंतिम लोकेशन की ही जानकारी मिली है। सीडीआर से भी सुशील के रुखे स्वभाव का पता चलता है। वह बहुत कम लोगों से बात करता था, वो भी बहुत देर नहीं।

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