दीपोत्सव में अमन त्रिखा के गीतों पर झूम उठे शहरवासी

मोतीझील मैदान में गुरुवार की शाम को सुर लय और ताल का जादू छाया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Oct 2021 01:37 AM (IST) Updated:Fri, 29 Oct 2021 01:37 AM (IST)
दीपोत्सव में अमन त्रिखा के गीतों पर झूम उठे शहरवासी
दीपोत्सव में अमन त्रिखा के गीतों पर झूम उठे शहरवासी

जागरण संवाददाता, कानपुर : मोतीझील मैदान में गुरुवार की शाम को सुर, लय और ताल का जादू छाया। रंग बिरंगी लाइटें, बेहतरीन साउंड सिस्टम और कृत्रिम धुएं के मेल ने हर किसी को झूमने पर मजबूर कर दिया। मौका था गुरुवार की शाम संगीत सरिता कार्यक्रम के आयोजन का, जिसमें बालीवुड गायक अमन त्रिखा के गीतों ने हर उम्र के लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके प्रसिद्ध व सदाबहार गीतों का सिलसिला शुरू हुआ और एक के बाद एक प्रस्तुति पर भीड़ जुटती चली गई। सबसे अधिक क्रेज युवाओं का था, जो कि समूह में पंडाल में आए थे। लोग परिवार के साथ भी कार्यक्रम में शामिल हुए। अमन त्रिखा ने गाने की शुरूआत अच्छे दिन आने वाले हैं..से की, जिसपर जमकर तालियां बजी। इसके बाद तलवारों पर सिर वार दिया..,हुक्का बार तेरा प्यार प्यार.., गो गो गो गोविदा.., प्रेम लीला..आदि गीतों को सुनाया। उनसे पहले वाइस आफ इंडिया फेम शहर की विनती सिंह ने तेरे रश्के कमर.., सईय्योनी चैन एक पल नहीं.., दमादम मस्त कलंदर.., कजरा मोहब्बत वाला सुनाकर धूम मचाया। इससे पहले औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने मैदान के दूसरे हिस्से में लगे दीपावली मेले का उद्घाटन किया। कई स्टाल और वहां बिक्री के लिए रखे कपड़े, फर्नीचर, गुड़ और अन्य उत्पादों को देखा। महापौर प्रमिला पांडेय, विधायक सुरेंद्र मैथानी, महेश त्रिवेदी, अभिजीत सिंह सांगा, एमएलसी अरुण पाठक, एचबीटीयू कुलपति प्रो. समशेर, मंडलायुक्त डा. राजशेखर, पुलिस आयुक्त असीम अरुण, जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर, नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन, केडीए उपाध्यक्ष अरविद सिंह, डीसीपी पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति, भाजपा उत्तर जिलाध्यक्ष सुनील बजाज समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

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लेजर लाइट शो में बही भक्ति की धारा लेजर लाइट शो में रामायण और भस्म आरती का आयोजन हुआ, जिसमें दमदार डायलाग और थ्री डी इफेक्ट प्रस्तुत किए गए। मंच पर विशाल पर्दे के सहयोग से लेजर लाइट शो प्रदर्शित हुआ। इसका मंचन मैदान में लगे बिग स्क्रीन पर भी किया गया। रामायण की शुरूआत भगवान श्रीराम के जन्म, धनुष भंग, सीता विवाह, वनवास, सूर्पनखा, सीता हरण, लंका दहन, मेघनाथ वध, भगवान राम और रावण युद्ध और रावण की मृत्यु दिखाई गई।

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टेड़े, मुश्किल और कठिन गानों का शौक

मेरे गाने 95 फीसद टेड़े, मुश्किल और कठिन होते हैं। मुझे चैलेंज स्वीकार करने में मजा आता है। नवंबर में नई फिल्म रिलीज हो रही है, उसमें उनका गाना आ रहा है। दो एल्बम और वेब सीरीज के संगीत भी जल्द ही आएंगे।

यह बात दैनिक जागरण संवाददाता से अमन त्रिखा ने की। उन्होंने बताया कि गानों में प्रयोग किया जा रहा है। शेर-ओ-शायरी का भी बीच में चलन सा हो गया है। उनके गाने की शुरूआत 16 साल पहले हुई। वह मुंबई के ठाकुर कालेज आफ इंजीनियरिग के प्रथम वर्ष में थे। उन्होंने वार्षिकोत्सव में गाना गया, उसके लिए उन्हें उपविजेता चुना गया। उनके आइडियल मो. रफी, किशोर कुमार और सोनू निगम रहे। इलेक्ट्रानिक्स की इंजीनियरिग के दौरान गायन जारी रखा। घरवाले भी असमंजस में थे कि आखिर किस क्षेत्र में जाना चाह रहे हैं। स्वजनों को समझाया। इसके बाद टीवी पर आने वाले सुर क्षेत्र कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उनकी आवाज को हिमेश रेशमिया, आतिफ असलम आदि कलाकारों ने सराहा। 2012 में गो गो गो गोविदा गाने का मौका मिला।

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