बहन को गाली दी तो मार दी गोली

दर्शनपुरवा में लेनदेन के विवाद में हत्या किए जाने का मामला

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 01:11 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 01:11 AM (IST)
बहन को गाली दी तो मार दी गोली
बहन को गाली दी तो मार दी गोली

जागरण संवाददाता, कानपुर : फजलगंज थानाक्षेत्र के दर्शनपुरवा में शनिवार की रात हुए आशीष हत्याकांड सभी छह आरोपितों को पुलिस ने छह घंटे मे गिरफ्तार कर लिया। हत्या के बाद सभी आरोपित इनोवा कार से शहर छोड़कर भाग रहे थे। पुलिस ने पीछा किया तो बारा टोल प्लाजा से पहले उनकी गाड़ी पलट गई। पुलिस के मुताबिक आशीष का एक आरोपित के साथ लेनदेन का विवाद चल रहा था। हालांकि हत्या के पीछे मुख्य कारण आशीष द्वारा मुख्य आरोपित प्रांशु को बहन की गाली देना सामने आया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

यह था मामला

दर्शनपुरवा में बग्गा टेंट हाउस वाली गली निवासी शिवशंकर अग्निहोत्री के 29 वर्षीय बेटे आशीष की शनिवार रात घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आशीष स्वरूप नगर स्थित एक मेडिकल स्टोर में काम करता था। मां रानी देवी ने बताया था रात करीब नौ बजे आशीष मेडिकल स्टोर से वापस घर लौटा था तभी प्रांशु ने नाम लेकर उसे पुकारा। आशीष नाश्ता छोड़कर घर से बाहर निकल गया, जहां उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक के भाई मनीष की ओर से आशू तोमर, प्रांशु गुप्ता, राजन गुप्ता उर्फ राजन करिया, शिव श्रीवास्तव, वीरेंद्र झा उर्फ वीरू बिहारी व नितेश जायसवाल उर्फ जय के खिलाफ लेनदेन के विवाद में हत्या किए जाने का मुकदमा दर्ज कराया था।

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वीरू बिहारी की लोकेशन बनी मददगार

अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आकाश कुलहरि ने बताया कि पुलिस ने नामजद आरोपितों की लोकेशन ली तो वीरू बिहारी की लोकेशन बर्रा से पनकी की ओर मिली। सूचना मिलते ही एसीपी नजीराबाद संतोष कुमार सिंह, थाना प्रभारी फजलगंज अजय सिंह के साथ कार से लोकेशन के हिसाब से आगे बढ़े। इसी बीच एक मुखबिर ने उन्हें बताया गया कि इस गैंग के पास इनोवा कार है। बारा टोल प्लाजा से छह-सात किमी पहले उन्हें हाईवे से नीचे सर्विस लेन पर एक इनोवा कार खड़ी दिखाई दी। शक होने पर जैसे ही पुलिस ने टोकाटाकी की, इनोवा चालक ने कार भगा दी।

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कार पलटी तो पकड़ में आए बदमाश

एसीपी संतोष कुमार सिंह के मुताबिक उनकी कार 150 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से भाग रही थी, इससे अंदाजा लग रहा है कि इनोवा की रफ्तार 170 किमी प्रतिघंटा से ज्यादा रही होगी। उन्होंने टोल प्लाजा को सतर्क कर दिया था। टोल प्लाजा से चार किमी पहले हत्यारोपितों ने सर्विस लेन से हाईवे पर चढ़ने का फैसला किया और एक कट से इनोवा को मोड़ दिया। सर्विस लेन का कुछ हिस्सा कच्चा था, जहां पर गड्ढे थे। तेज रफ्तार की वजह से इनोवा अनियंत्रित होकर पलट गई। पुलिस जब तक पहुंची वीरू बिहारी और नितेश शीशा तोड़कर फरार हो चुके थे, जबकि अन्य चारों आरोपित कार के अंदर ही मिल गए। वीरू पहले से सर्विलांस की जद में था, ऐसे में एक घंटे के भीतर वह और नितेश पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

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पूछने के लिए गया था गाली क्यों दी

पूछताछ में पता चला कि आशीष व प्रांशु के बीच लेनदेन का विवाद था। प्रांशु ने बताया कि शुक्रवार को आशीष ने पीठ पीछे उसे बहन की गाली दी थी। उसने उसे घर से यही पूछने के लिए बुलाया था कि उसने गाली क्यों दी तो दोबारा उसने गाली दे दी। पहले सभी ने उसे मिलकर मारा पीटा और बाद में उसने उसे गोली मार दी। प्रांशु एक मल्टीनेशनल कंपनी में स्टोर सुपरवाइजर है, जबकि शिवा व नितेश डिलीवरी का काम करते हैं। राजन गुप्ता व बिहारी हिस्ट्रीशीटर बदमाश हैं, जबकि आशू के खिलाफ भी कई मुकदमे हैं।

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