गए थे चालान रुकवाने, खुद का चालान करवा बैठे विधायक

जागरण संवाददाता कानपुर कहावत है गए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास। सपा विधायक इरफान

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 01:55 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 01:55 AM (IST)
गए थे चालान रुकवाने, खुद का चालान करवा बैठे विधायक
गए थे चालान रुकवाने, खुद का चालान करवा बैठे विधायक

जागरण संवाददाता, कानपुर : कहावत है, गए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास। सपा विधायक इरफान सोलंकी के साथ रविवार की रात कुछ ऐसा ही हुआ। वह अपने समर्थक का चालान कटने की सूचना पर दलेलपुरवा चौराहे गए थे, मगर हंगामे के बाद खुद उनका भी चालान हो गया।

विधायक इरफान सोलंकी की पुलिस से भिड़ंत को लेकर करीब आधा दर्जन वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हुए। यही वीडियो अब विधायक के गले की फांस बन गए हैं। वीडियो में साफ दिखाई पड़ रहा है कि विधायक दारोगा से कह रहे है उन्हें विधायकों से बात करने की तमीज नहीं है। इस पर दारोगा ने कहा कि वह उन्हें माननीय विधायक जी संबोधित कर रहा है और क्या कर सकता है। इस पर विधायक और भड़क जाते हैं। बोले, नए-नए भर्ती हुए और विधायकों से बात करने की तमीज नहीं है। वह पुलिस अधिकारियों से शिकायत करेंगे। इसी बीच दारोगा ने विधायक द्वारा मास्क न लगाए जाने पर टोक दिया। विधायक ने यह सुनते ही मास्क तो लगा लिया, लेकिन वह आपे से बाहर हो गए और चिल्लाने लगे। इसके बाद हाथापाई शुरू हो गई। एक दूसरे वीडियो में सैकड़ों की संख्या में भीड़ आती हुई दिखाई पड़ रही है। इस भीड़ में आधे लोग बिना मास्क के दिखाई पड़ रहे हैं।

देर रात जब इस मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने आगे बढ़कर अपने पुलिस कर्मियों का पक्ष लिया। उन्होंने बताया कि पुलिस कर्मियों ने वही किया जो कि उनकी ड्यूटी थी। महामारी काल में जनप्रतिनिधियों का काम है कि वह समस्या पैदा न करें बल्कि पुलिस का सहयोग करें। उन्होंने वीडियो देखें हैं। अधिकारियों से बात की है। विधायक बिना मास्क के दिखाई पड़ रहे हैं, इसलिए उनका एक हजार रुपये का चालान किया गया है। उन्हें आशा है कि विधायक चालान की राशि जमा करके जनता में आदर्श स्थापित करेंगे। इसके अलावा दायित्वों का सफल निर्वाहन और संयम बरतने पर प्रशिक्षु दारोगा अभिषेक सोनकर और फहीम खां को एक हजार रुपये से पुरस्कृत किया किया गया है।

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पहले भी आपा खो चुके हैं इरफान

सपा विधायक इरफान सोलंकी द्वारा सार्वजनिक रूप से हंगामा किए जाने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई बार वह विवादों में रह चुके हैं। सालों पहले मेडिकल कॉलेज गेट के बाहर समर्थकों के साथ डॉक्टरों से मारपीट की घटना के बाद तब की सरकार की किरकिरी की सबब बने थे। केस्को की पूर्व एमडी रितु महेश्वरी से भी उनकी भिड़ंत चर्चित रही थी और हाल फिलहाल में मौजूदा नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी से भी उनकी कहासुनी हो चुकी है।

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