शिकायत लेकर थाने पहुंचा किसान तो चौकी इंचार्ज ने कहा, ज्यादा नेतागीरी करोगे तो तमंचा व चरस लगाकर जेल भेज देंगे
महाराजपुर नागापुर के मजरा पतारी निवासी दयाशंकर राजपूत किसान हैं। बताया कि सोमवार को पूरी रात जमकर बारिश हुई। जिसके चलते खेत में कटी पड़ी धान की फसल जलमग्न हो गई। पीड़ित ने जब पानी निकालने का प्रयास किया तो बगल में स्थित खेत मालिक रामलखन ने रोक दिया।
कानपुर, जेएनएन। मित्र पुलिस अपने कारनामों से अपनी छवि धूमिल करने से बाज नहीं आ रही है। बीते दिनों कई घटनाओं से पुलिस पहले ही शर्मशार हो चुकी है। नसीहतें भी मिलीं लेकिन पुलिस अपनी करतूतों से आम आदमी के बीच खाकी वर्दी को कलंकित कर रही है। ताजा मामला महाराजपुर थाने की सुनहला चौकी का है। बीते मंगलवार को पीड़ित अपनी शिकायत लेकर चौकी पहुंचा तो समाधान की बजाय दारोगा ने पहले तो सीधे थप्पड़ जड़ दिया। उसके बाद कमरे का दरवाजा बंद कर बेल्ट से पीटा और फिर धमकी देते हुए कहा कि ज्यादा नेतागीरी दिखाई तो तमंचा व चरस लगाकर जेल भेज दूंगा। पीड़ित ने शुक्रवार को सीओ सदर व एसपी आउटर से शिकायत की है।
महाराजपुर नागापुर के मजरा पतारी निवासी दयाशंकर राजपूत किसान हैं। दयाशंकर ने बताया कि सोमवार को पूरी रात जमकर बारिश हुई। जिसके चलते खेत में कटी पड़ी धान की फसल जलमग्न हो गई। खेतों का पानी जहां से पहले निकलता था, वहीं से पीड़ित ने जब पानी निकालने का प्रयास किया तो बगल में स्थित खेत मालिक रामलखन ने रोक दिया।फसल बर्बाद होती देख पीड़ित ने सुनहला चौकी पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। दयाशंकर ने बताया कि मंगलवार को तो कोई सुनवाई नहीं हुई। बुधवार को चौकी से दो सिपाही आए और बोले दारोगा जी ने चौकी बुलाया है। दयाशंकर का आरोप है कि बुधवार को जब वह चौकी पहुंचा तो चौकी इंचार्ज कमलेश कुमार ने सामने पहुंचते ही गाल पर थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद कमरे में बुलाकर दरवाजा बंद कर दिया और एक लात मारी।बेल्ट से भी पीटा। भद्दी गालियां देते हुए कहा कि ज्यादा नेतागीरी की तो तमंचा व चरस लगाकर जेल भेज दूंगा। पूरी जिंदगी सड़ता रहेगा। कोई नहीं बचा पाएगा। मामले की शिकायत पीड़ित ने शुक्रवार को सीओ सदर सुशील कुमार दुबे व एसपी आउटर से की है। सीओ सदर सुशील कुमार दुबे से जब इस संबंध में बात करने का प्रयास किया गया तो कई बार फोन करने के बावजूद फोन नहीं उठा। वहीं आरोपित चौकी इंचार्ज कमलेश कुमार ने बताया कि वो अभी कोर्ट में हैं।बाद में बात करते हैं।
चौकी इंचार्ज चाहते तो बर्बाद न हो पाती फसल: पीड़ित दयाशंकर ने बताया कि बारिश का पानी न निकल पाने के चलते दो बीघे धान की कटी फसल व एक बीघे राई पूरी तरह बर्बाद हो गई। चौकी इंचार्ज यदि शिकायत के तुरंत बाद समाधान करा देते तो धान की फसल बर्बाद होने से बच जाती। पहले तो सुनते ही थे लेकिन आज जब खुद भुगता तो पता चल गया कि गरीबों की कोई नहीं सुनता।