विधायक को मारने नहीं आए थे बदमाश : डीसीपी
भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी के घर के बाहर पकड़े गए थे हथियारबंद बदमाश।
जागरण संवाददाता, कानपुर : भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी के घर के बाहर पकड़े गए हथियारबंद बदमाश विधायक पर हमला करने नहीं आए थे। वह दूसरे स्थान पर गुंडागर्दी करने जा रहे थे और चेकिग के दौरान पुलिस से बचने के लिए भागकर विधायक की गली में पहुंच गए। पुलिस ने सोमवार को हुए घटनाक्रम की प्रारंभिक जांच में आए तथ्यों पर ही मुहर लगा दी है। वहीं गिरफ्तार आरोपितों को पुलिस ने मंगलवार को जेल भेज दिया, जबकि अन्य की तलाश की जा रही है।
सोमवार को भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी के पांडुनगर स्थित घर के बाहर सूरज तिवारी, सुमित और गौरव निषाद नाम के तीन युवकों को गिरफ्तार कर इनके पास से एक-एक सुतली बम, एक तमंचा और चाकू बरामद की थी। विधायक ने आशंका जताई थी कि यह उनकी हत्या की साजिश है, क्योंकि बदमाशों ने उनके घर के सामने ही बम फेंका था। डीसीपी पश्चिम संजीव त्यागी ने बताया कि अब तक की जांच में सामने आया है कि इस घटनाक्रम का विधायक से कोई संबंध नहीं है। असल में चौराहे पर पुलिस ने स्कूटी सवार तीनों युवकों को रुकने का इशारा किया तो उन्होंने भागने की कोशिश की। पुलिस ने पीछा किया तो वह विधायक की गली में घुस गए। गली बंद थी, इसलिए फंस गए। पुलिस उनके पास से हथियार बरामद न कर पाए इसी सोच से उन्होंने बम और तमंचा फेंक दिया। उनका इरादा किसी भी प्रकार विधायक पर हमले का नहीं था, बल्कि वह अपने एक साथी छोटू महात्मा के कहने पर रावतपुर में उसके विरोधियों को सबक सिखाने जा रहे थे। डीसीपी ने बताया कि वह मंगलवार को विधायक से उनके आवास पर मिले और पुलिस की जांच से उन्हें अवगत कराया। बताया कि बदमाशों का निशाना विधायक नहीं थे, बल्कि वह पुलिस से डरकर भागकर यहां तक पहुंचे। वहीं पुलिस पूछताछ में छोटू महात्मा के अलावा कुछ और नाम भी प्रकाश में आए हैं। पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है।
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विधायक ने कहा, दोषी बचे नहीं, निर्दोष फंसे नहीं
डीसीपी से वार्ता के दौरान विधायक सुरेंद्र मैथानी ने कहा कि घटना चौंकाने वाली है, क्योंकि गिरफ्तारी उनके घर के सामने से हुई। जांच का यह बड़ा सवाल है कि उक्त अपराधी किस नीयत से उनके घर के पास आए। यदि बम फट जाता तो घटना बहुत बड़ी हो सकती थी। विधायक ने कहा कि कोई भी निर्दोष इसमें फंसना नहीं चाहिए, लेकिन कोई भी दोषी बचना नहीं चाहिए।