India V/s NZ Test: टेस्ट मैच में तापमान पर निर्भर रहेगा पिच का व्यवहार, उन्नाव की मिट्टी बढ़ा सकती है रोमांच

इसबार टेस्ट मैच का रोमांच उन्नाव की मिट्टी से बनी पिच पर निर्भर रहेगा। अबतक यहां खेले गए अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों का आयोजन यहीं से लाई हुई मिट्टी से बनी पिच पर हुआ है। बेहतर क्ले कटेंट क्षमता वाली मिट्टी गेंदबाजों के साथ बल्लेबाजों के मुफीद रहती है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 05:11 PM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 05:11 PM (IST)
India V/s NZ Test: टेस्ट मैच में तापमान पर निर्भर रहेगा पिच का व्यवहार, उन्नाव की मिट्टी बढ़ा सकती है रोमांच
टेस्ट मैच का रोमांच उन्नाव की मिट्टी से बनी पिच पर निर्भर रहेगा।

कानपुर, जागरण संवाददाता। ग्रीनपार्क स्टेडियम में भारत बनाम न्यूजीलैंड के बीच 25 से 29 नवंबर के बीच होने वाले टेस्ट मैच का रोमांच उन्नाव की मिट्टी से बनी पिच पर निर्भर रहेगा। स्टेडियम में अबतक खेले गए अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों का आयोजन यहीं से लाई हुई मिट्टी से बनी पिच पर हुआ है। बेहतर क्ले कटेंट क्षमता वाली मिट्टी टेस्ट मैच के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है। जो गेंदबाजों के साथ बल्लेबाजों के मुफीद रहती है। स्टेडियम में अभ्यास और मुख्य मैदान की सभी 19 पिचों का निर्माण इसी मिट्टी से किया गया है। वर्तमान मौसम व धूप के कारण विकेट के ड्राई रहने से मिल सकती है स्पिनर्स को मदद।

पिच क्यूरेटर शिव कुमार बतातें हैं कि उन्नाव जिले के काशीराम नगर स्थित खेत में यह विशेष प्रकार की मिट्टी पाई जाती है। जो पिछले वर्षों में शारजहा के स्टेडियमों में बनने वाली पिचों में प्रयोग हो चुकी है। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट विशेषज्ञ भी इस मिट्टी की खूबी को जांचने के लिये इसके नमूने अपने साथ लेकर गये थे। आइआइटी से हुई जांच में पता चला है कि इस मिट्टी में क्ले की मात्रा 70 फीसद से अधिक जबकि बालू की मात्रा एक फीसद तक ही है। जिसके कारण यह मिट्टी ज्यादा ठोस और उसकी कसावट बेहतर होती है। इस पिच जब नमी रहती है तो बाल में मूवमेंट तथा उछाल लेती जबकि धूप आने पर टर्न होना शुरू हो जाता है। जिसके कारण टेस्ट मैच का पहला सत्र तेज गेंदबाजों के लिए लाभदायक होता है। वहीं, बाद के सत्रों में स्पिनर्स बल्लेबाजों को फिरकी के जाल में फंसाते हैं।

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