कानपुर: अब आसानी से मिल सकेगी मिडडे मील की राशि, लाभ दिलाने को बनी नई व्यवस्था

परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को मिडडे मील की राशि देने के लिए सरकार ने उनके अभिभावकों के खातों में राशि ट्रांसफर करने का नियम बनाया। बीएसए कार्यालय से इस दिशा में जब कवायद शुरू हुई तो कई बैंकों ने ट्रांजेक्शन पर जहां कुछ सर्विस चार्ज जोड़ लिया

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 04:56 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 04:56 PM (IST)
कानपुर: अब आसानी से मिल सकेगी मिडडे मील की राशि,  लाभ दिलाने को बनी नई व्यवस्था
मिडडे मील की राशि बच्चों के पैरेंट्स के खातों में सीधे पहुंचेगी। प्रतीकात्मक फोटो।

कानपुर, जेएनएन। मिडडे मील की राशि बच्चों के पैरेंट्स के खातों में सीधे पहुंचाने के लिए नई व्यवस्था लागू हो गई है। डीएम ने बच्चों के पैरेंट्स के खातों की सूची अलग से बनाएं जाने के साथ ही उसे बैंकिंग सिस्टम से जोड़ने के निर्देश दिए हैं। 

परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को मिडडे मील की राशि देने के लिए सरकार ने उनके अभिभावकों के खातों में राशि ट्रांसफर करने का नियम बनाया। बीएसए कार्यालय से इस दिशा में जब कवायद शुरू हुई तो कई बैंकों ने ट्रांजेक्शन पर जहां कुछ सर्विस चार्ज जोड़ लिया, तो तमाम में प्रधानाध्यापकों व प्रधान के खाते अपडेट नहीं हुए। इससे जिले के करीब 10 हजार बच्चों के सामने समस्या आ गई। हालांकि, जैसे ही यह मामला डीएम के पास पहुंचा तो उन्होंने अग्रणी जिला प्रबंधक (एलडीएम) व अन्य अधीनस्थों संग बैठक की। डीएम ने निर्देश दिया, कि ऐसे बच्चों के अभिभावकों के खातों की सूची अलग से बनाएं और फिर उसे बैंकिंग सिस्टम से जोड़ दें। ताकि, भुगतान में किसी तरह की दिक्कत न हो। इस मामले पर अग्रणी जिला प्रबंधक एके वर्मा ने बताया शिवराजपुर, कल्याणपुर व घाटमपुर के बैंकों की जो दिक्कतें बताइ गईं थीं। उन्हें हर हाल में सोमवार तक दूर करा दिया जाएगा। अब, अभिभावकों के खातों में समय से राशि पहुंचेगी। वहीं, राशि पहुंचने के बाद अभिभावकों को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था, वह भी अब नहीं होगा।

बोले जिम्मेदार: शिवराजपुर, कल्याणपुर व घाटमपुर में समस्या थी, कि कई बैंकों द्वारा राशि के भुगतान पर अतिरिक्त चार्ज की कटौती थी। इसके अलावा प्रधानाध्यापक व प्रधान के खाते अपडेट नहीं हो पा रहे थे। इस मामले की जानकारी डीएम कार्यालय में व एलडीएम को दे दी थी। अगर समाधान हो जाएगा तो बच्चों की राशि समय से उनके पास पहुंच जाएगी। डा.पवन तिवारी, बीएसए

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