हनी ट्रैप से शहर के कार्यक्रमों की सूचनाएं जुटा रहे थे आतंकी

दिल्ली में हनी ट्रैप का मामला सामने आने के बाद एटीएस टीम अब सूचनाओं को एकत्र करने के इस बिंदु पर भी जांच में जुट गई है।आतंकी कमरुज्जमां के मददगार तीन लोगों को चिह्नित कर लिया है।

By AbhishekEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 01:21 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 05:35 PM (IST)
हनी ट्रैप से शहर के कार्यक्रमों की सूचनाएं जुटा रहे थे आतंकी
हनी ट्रैप से शहर के कार्यक्रमों की सूचनाएं जुटा रहे थे आतंकी

कानपुर (जागरण संवाददाता)। आतंकी सोशल साइट्स पर हनी ट्रैप के जरिए शहर में होने वाले कार्यक्रमों व गतिविधियों की जानकारी जुटा रहे थे। असोम में पकड़े गए कमरुज्जमां के साथियों से पूछताछ के बाद एटीएस को इस बाबत सुराग मिले हैं लिहाजा एटीएस अब उन लोगों का ब्योरा जुटा रही है जो आतंकी से सोशल साइट के जरिए जुड़े थे। सूत्रों का दावा है कि प्रदेश में करीब 150 लोगों से आतंकी का संपर्क था।

हाल में ही दिल्ली में हनी ट्रैप का मामला सामने आने के बाद एटीएस टीम अब सूचनाओं को एकत्र करने के इस बिंदु पर भी जांच में जुट गई है। कमरुज्जमां से पूछताछ में उसके सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर सक्रिय होने का भी पता लगा लेकिन एटीएस टीम उसकी आइडी और पासवर्ड हासिल नहीं कर सकी। लिहाजा उसके बारे में और जानकारी जुटाने के लिए टीम असोम में पकड़े गए साथियों की कुंडली खंगाल रही है। एटीएस सूत्रों ने बताया कि असोम में कमरुज्जमां के छह साथी पकड़े गए हैं। उन्होंने बताया कि कमरुज्जमां फर्जी नाम से आइडी बनाकर लोगों के संपर्क में था। एटीएस जल्द ही उनमें से कुछ साथियों को रिमांड पर भी ले सकती है।

सोशल साइट्स पर दोस्ती कर ले रहे जानकारी

हनी ट्रैप सूचनाएं हासिल करने का वह तरीका है, जिसमें फर्जी नाम और फोटो का इस्तेमाल कर आइडी बनाकर लोग दूसरों को जाल में फंसाते हैं। फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर फंसकर लोग अपनी पर्सनल बातें भी लोगों से शेयर कर देते हैं। अधिकांश मामलों में फंसाने के लिए महिलाओं की फोटो व नाम का सहारा लिया जा रहा है।

आतंकी कमरुज्जमां के तीन मददगार चिह्नित

शहर में पकड़े गए आतंकी कमरुज्जमां के मददगार तीन लोगों को एटीएस ने साक्ष्यों के आधार पर चिह्नित कर लिया है। इन तीनों के साथ ही उसकी मदद करने वाले अन्य लोगों की तलाश तेजी से जारी है। एटीएस पता कर रही है कि यह लोग उसकी गतिविधियों को जानते हुए मदद कर रहे थे या किसी के कहने पर। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। शनिवार को भी टीम ने शहर के विभिन्न इलाकों में सुरागरसी जारी रखी। इसमें मिश्रित आबादी वाले क्षेत्र में स्थित होटल व ढाबा और शिक्षण संस्थान थे।

तौफीक लाया था आतंकी को कानपुर

बीती 13 सितंबर को एटीएस ने इंटेलीजेंस की सूचना पर कमरुज्जमां को गिरफ्तार किया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद असोम में उसके कुछ साथियों को गिरफ्तार कर एटीएस ने पूछताछ की। इसमें पता चला कि बीती 30 अगस्त को तौफीक नामक युवक उसे लखनऊ चारबाग रेलवे स्टेशन से अपने साथ कानपुर लाया था। इसके बाद कमरुज्जमा तौफीक व उसके दूसरे साथी के साथ चकेरी मोड़ स्थित उजियारी लाल के घर में किराये पर रहने लगा।

जाजमऊ में युवकों के पकड़े जाने की सूचना से दहशत

शहर में आतंकी गतिविधियों से जुड़े लोगों के मददगार युवकों की धरपकड़ की सूचना से जाजमऊ क्षेत्र में दहशत का माहौल है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि खुरासान मॉड्यूल के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद भी कुछ ऐसा ही माहौल था। इसका फायदा उठाकर इलाके में कुछ लोगों ने पकडऩे-छुड़ाने के नाम पर उगाही शुरू कर दी है।

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