Terrorist In UP: एटीएस टीम ने कानपुर से 26 लोगों को उठाया, आतंकियों के सामने कराई शिनाख्त परेड
लखनऊ से पकड़े गए अलकायदा के आतंकियों का कानपुर कनेक्शन सामने आने के बाद एटीएस मददगारों की तलाश में जुट गई है। इसी कड़ी में कानपुर से उठाए गए 26 संदिग्धों की आतंकियों के सामने कराई परेड कराई जिसमें आठ संदिग्ध सामने आए हैं।
कानपुर, जेएनएन। रिमांड के आखिरी तीन दिनों में अलकायदा आतंकी मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन से ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल करने को आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की टीम ने ताकत झोंक दी है। मंगलवार को शहर से बाहर किसी सुरक्षित स्थान पर दोनों आतंकियों के सामने 26 लोगों की शिनाख्त परेड कराई गई, जिसमें आठ संदिग्ध मिले। उन्हें टीम अपने साथ ले गई। वहीं, छह अन्य की भी तलाश हो रही है। इनकी गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच से मदद मांगी है।
सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार सुबह से ही महानगर के विभिन्न स्थानों में छापेमारी कर 26 लोगों को एटीएस ने उठाया। यह लोग बाबूपुरवा, मछरिया, नौबस्ता, चमनगंज, बेकनगंज, आवास विकास और हीरामन का पुरवा आदि क्षेत्रों के रहने वाले हैं। इसके बाद इन्हें शहर से बाहर एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया, जहां पहले से ही मिनहाज और मसीरुद्दीन को लखनऊ से लाकर ठहराया गया था। इसके बाद एक-एक करके शिनाख्त परेड हुई। कुछ ने तो पहचान से ही पूरी तरह से इन्कार कर दिया, जबकि कुछ ने दुआ सलाम भी की। इस दौरान दोनों आतंकी मुस्कुराते रहे। बाद में एटीएस आठ लोगों को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई। इनमें से एक वह है, जिससे असलहा सप्लाई की बात चल रही थी। एक संदिग्ध आतिशबाज है।
छोड़े गए लोगों को शहर से कहीं नहीं जाने का फरमान
एटीएस ने जिन्हें छोड़ा है, उनसे एक फार्म भरवाया है। फार्म में नाम, पता, मोबाइल नंबर, पिता का नाम, पड़ोसी और दो रिश्तेदारों की जमानत ली गई है। इन्हें जांच चलने तक शहर नहीं छोडऩे को कहा गया है। बताते हैं, चार के पास शस्त्र लाइसेंस व एक के पास पासपोर्ट मिला। लाइसेंस, असलहा और पासपोर्ट सभी थाने में जमा करा दिए गए हैं।